नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पहाड़ों के बीच बसे नेपाल की क्रिकेट टीम ने ऐसा कारनामा करके दिखाया है, जो वर्ल्ड क्रिकेट की हिस्ट्री में सुनहरे अक्षरों से दर्ज हो गया। नेपाली सूरमा 22 गज की पिच पर जंगबाज की तरह लड़े। अपने तरकस के हर बाण चलाए। जीत पक्की नजर आ रही थी, लेकिन एक गलती उन पर भारी पड़ गई और मैच में तीन सुपर ओवर फेंके गए। और आखिर में नीदरलैंड्स ने नेपाल को हराकर इतिहासिक जीत दर्जकर नेपालियों के सपनों पर पारी फेर दिया।
टी20 अंतरराष्ट्रीय त्रिकोणीय क्रिकेट श्रृंखला के तहत नेपाल और नीदरलैंड्स के बीच सोमवार को एक अहम मुकाबला खेला गया। ग्लास्गो के मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए नीदरलैंड्स ने 152 रन बनाए। वेस्ले बार्सी, विक्रमजीत सिंह और तेजा निदामानुरु ने अहम पारियां खेलीं। जबकि नेपाल के लिए संदीप लामीछाने ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट झटके। नेपाल के बॉलर्स ने शानदार बॉलिग की और नीदरलैंड्स को एक सीमित स्कोर तक रोक दिया। नेपल की मैच में पकड़ मजबूत थी।
152 रन का पीछा करने उतरे नेपाली बल्लेबाजी ने धैर्य से बैटिंग की। लेकिन नेपाल भी 152 रन ही बना सका। नेपाल की तरफ से कप्तान रोहित पौडेल (48 रन) और कुशल भुर्तेल (34 रन) की पारियों ने टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। डेनियल डोरम ने नीदरलैंड्स के लिए 3 विकेट लेकर मुकाबले को रोमांचक बना दिया। एक वक्त नेपाल की जीत पक्की लग रही थी। तभी दो विकेट जल्दी-जल्दी गिर गए और नेपाल टीम दबाव पर आ गई। आखिरी ओवर की आखरी बॉल पर पांच रन बनाने थे। नेपाल के बल्लेबाल ने चौका जड़कर मैच को टाई पर पहुंचा दिया।
इस मैच में एक नहीं बल्कि तीन सुपर ओवर फेंके गए। पहले सुपर ओवर में भुर्तेल के धमाकेदार हिट्स की बदौलत नेपाल ने 19 रन बनाए। जवाब में नीदरलैंड्स ने आखिरी गेंद पर मैच बराबर कर दिया। दूसरे सुपर ओवर में नीदरलैंड्स ने 17 रन बनाए, लेकिन नेपाल के दीपेन्द्र सिंह ऐरी ने अंतिम गेंद पर छक्का लगाकर स्कोर फिर बराबर कर दिया। तीसरे सुपर ओवर में जैक लायन-कैशे ने नेपाल के दोनों बल्लेबाजों को आउट कर दिया और टीम को शून्य पर रोक दिया। फिर माइकल लेविट ने सिक्स जड़कर नीदरलैंड्स को जीत दिलाई।
मैनेजमेंट के एक गलत फैसले के कारण नेपाल टीम को हार उठानी पडी। तीसरे सुपर ओवर में कप्तान रोहित पौड़ेल ने मैनेजमेंट के कहने पर एक और गलती कर दी। कुशल भुर्तेल जैसे बल्लेबाज को ना भेज कर रूपेश कुमार सिंह को भेज दिया। मैनेजमेंट की सोच से नेपाल सुरमा फिसल गए। फिर आया तीसरा सुपर ओवर और नेपाली सुरमा यहां मैनेजमेंट की सोच से हार गए। फिलहाल जिसने भी कल यह मुकाबला देखा वह नेपाल के उभरते हुए क्रिकेट करियर को सलाम कर रहा है। नेपाल क्रिकेट की तारीफ के कसीदे गढ़े जा रहे हैं। लोग कह रहे हैं नेपाल टीम का भविष्य उज्जवल है। आने वाले दिनों में नेपाली सूरमा बड़ी से बड़ी टीमों को चित करते हुए दिखेंगे।