Raja Raghuvanshi murder case: इंदौर के युवा व्यवसायी राजा रघुवंशी की हनीमून के दौरान हुई निर्मम हत्या ने पूरे देश को हिला दिया था, लेकिन अब इस केस में एक नया नाम सामने आकर रहस्य और भी गहरा कर गया है—संजय वर्मा। हत्या की साजिश में सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी की भूमिका पहले ही स्पष्ट हो चुकी है, पर अब जांच एजेंसियों को संदेह है कि इस पूरे षड्यंत्र में एक तीसरा चेहरा भी था—संजय वर्मा। फोन कॉल्स, गुमशुदा लोकेशन और सोनम के अतीत से जुड़ता यह शख्स इस केस की सबसे बड़ी अनसुलझी कड़ी बन गया है। क्या वह सिर्फ एक दोस्त था, या इस खूनी प्लान का मास्टरमाइंड? आइए जानते हैं पूरी कहानी, जो रहस्य, रोमांच और धोखे से भरी है।
हनीमून, लेकिन मौत के नाम
Raja Raghuvanshi और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई 2025 को हुई थी। शादी के नौ दिन बाद वे मेघालय घूमने पहुंचे। शिलांग में रुकने के बाद 22 मई को वे ट्रेकिंग के बहाने चेरापूंजी की ओर निकल पड़े, लेकिन 23 मई को उनसे संपर्क टूट गया। 2 जून को राजा का शव खाई में मिला—सिर पर धारदार हथियार के घाव के साथ।
शुरुआत में इसे हादसा बताया गया, लेकिन जब सोनम 9 जून को यूपी के गाजीपुर में अचानक सरेंडर कर बैठी और चार अन्य लोग गिरफ्तार हुए, तब पूरा देश चौंक गया।
‘ऑपरेशन हनीमून’: सोनम, प्रेमी और सुपारी किलर
जांच में सामने आया कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा को मरवाने की साजिश रची थी। सुपारी किलरों—विक्की, विशाल और आकाश को 50,000 रुपये देकर हायर किया गया था। सोनम ने राजा को ट्रेकिंग पर ले जाकर हत्या को हादसे का रूप देने की योजना बनाई थी, लेकिन 23 मई को आखिरकार खाई में फेंकने से पहले राजा को धारदार हथियारों से मारा गया।
नया मोड़: कौन है संजय वर्मा?
अब इस केस में एक नया और रहस्यमयी नाम जुड़ा—संजय वर्मा। सोनम की कॉल डिटेल्स के अनुसार, 1 मार्च से 25 मार्च के बीच उसने संजय को 112 बार कॉल किया था। कॉल्स की यह संख्या मामूली नहीं थी।
पुलिस को शक है कि संजय वर्मा इस मर्डर प्लानिंग का हिस्सा था। उसका नंबर बंद है और वह फरार है। मेघालय पुलिस ने उसे ट्रेस करने के लिए सायबर यूनिट को एक्टिव कर दिया है।
क्या संजय वर्मा सोनम का दूसरा प्रेमी था?
क्या वह हवाला ट्रांजैक्शन में मिडलमैन था?
या फिर वह इस पूरी साजिश का मास्टर प्लानर?
इन सवालों के जवाब पुलिस अभी तलाश रही है।
हवाला, झूठ और मंगसूत्र
पूरे हत्याकांड में हवाला नेटवर्क की भी एंट्री हो चुकी है। सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी की कंपनी ‘श्री बालाजी’ को हवाला ट्रांजैक्शन का मुखौटा माना जा रहा है। सोनम के सूटकेस में मिला मंगलसूत्र और अंगूठी, जो वह कभी नहीं छोड़ती थी, अब उसकी गुनहगार मानसिकता की पुष्टि कर रहे हैं।
ईडी इस दिशा में जांच कर रही है कि सुपारी किलर्स को रकम हवाला के जरिए कैसे दी गई और क्या संजय वर्मा इसमें बिचौलिए की भूमिका निभा रहा था?
वीडियो, गवाह और परिवार की गुहार
एक पर्यटक द्वारा शूट किया गया वीडियो सामने आया है, जिसमें सोनम ट्रेकिंग के दौरान राजा को ऊंचाई की ओर ले जाती दिख रही है। इसके अलावा गाजीपुर की उजाला यादव ने गवाही दी कि सोनम ने बस में राजा हत्याकांड से जुड़ी खबरों पर डर जाहिर किया था।
राजा के परिवार ने सभी आरोपियों को फांसी देने की मांग की है।
संजय वर्मा—एक अनसुलझी गुत्थी
अब पूरा देश एक ही सवाल पूछ रहा है—संजय वर्मा आखिर है कौन?
क्या वह सिर्फ सोनम का दोस्त था या इस मर्डर ड्रामा का अनदेखा किरदार?
जब तक यह रहस्य सुलझेगा नहीं, Raja Raghuvanshi का “हनीमून मर्डर केस” भारतीय अपराध इतिहास का सबसे पेचीदा केस बना रहेगा।
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