• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Saturday, August 16, 2025
news 1 india
  • Login
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel
No Result
View All Result
news 1 india
No Result
View All Result
Home धर्म

सुहागिनो का अंतिम विदाई से पहले क्यों किया जाता है सोलह श्रृंगार? क्या है इसके पीछे की धार्मिक मान्यताएं

सुहागिन महिला को अंतिम संस्कार से पहले सोलह श्रृंगार से सजाना हिंदू परंपरा का हिस्सा है, जो उसे सम्मानपूर्वक विदा देने, पुनर्जन्म में सौभाग्य दिलाने और सांस्कृतिक भावनाओं से जुड़ा है।

by SYED BUSHRA
June 29, 2025
in धर्म
0
Solah Shringar before the funeral of a married woman
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Solah Shringar done before the funeral of a married woman : हिंदू धर्म में इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु तक कुल 16 संस्कार बताए गए हैं। इनमें अंतिम संस्कार आखिरी और सबसे भावनात्मक संस्कार माना जाता है। खास बात ये है कि हर इंसान का अंतिम संस्कार एक जैसा नहीं होता। जैसे अगर किसी बच्चे की मौत हो जाए, तो उसका दाह संस्कार न करके उसे दफनाया जाता है। वहीं अगर किसी की असमय मौत हो जाए, तो आत्मा की शांति के लिए अलग से धार्मिक कर्मकांड किए जाते हैं। लेकिन जब किसी विवाहित महिला की मृत्यु होती है, तो उसकी अंतिम यात्रा से पहले उसे पूरे 16 श्रृंगारों से सजाया जाता है। यह एक पारंपरिक रिवाज है, जो कई वर्षों से निभाया जा रहा है।

क्यों किया जाता है सुहागिन महिला का सोलह श्रृंगार?

इस परंपरा की शुरुआत की बात करें, तो यह मान्यता रामायण काल से जुड़ी है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जब माता सीता का विवाह हो रहा था, तब उनकी मां सुनैना ने उन्हें सोलह श्रृंगार का महत्व समझाया था। तभी से यह रिवाज प्रचलन में आया।

Related posts

Janmashtmi 2025

इस मंदिर में राधा नहीं, रुक्मिणी के साथ विराजते हैं भगवान कृष्ण जानिए इस अनोखी परंपरा के पीछे की वजह!

August 16, 2025
Dahi Handi 2025 celebration and Krishna Janmashtami traditions

Dahi Handi 2025 :कृष्ण जन्माष्टमी के बाद क्यों मनाते है दही हांडी का त्योहार, क्या है इसकी रोचक कहानी

August 14, 2025

विवाहित महिला को सुहागिन कहा जाता है, और अगर उसकी मृत्यु शादीशुदा अवस्था में होती है, तो यह माना जाता है कि उसे उसी तरह विदा किया जाना चाहिए जैसे एक बेटी को विवाह के बाद ससुराल भेजा जाता है। सजाकर, संवारकर।

इसके पीछे की मान्यताएं

पुनर्जन्म में सौभाग्य: मान्यता है कि अगर किसी सुहागिन महिला को सोलह श्रृंगार के साथ अंतिम विदाई दी जाती है, तो अगले जन्म में उसे फिर से सौभाग्य और अच्छा जीवनसाथी प्राप्त होता है।

पारंपरिक महत्व: यह एक सदियों पुरानी परंपरा है, जिसे पीढ़ी दर पीढ़ी निभाया जाता रहा है। यह सिर्फ एक रिवाज नहीं, बल्कि भावनात्मक सम्मान भी है।

सम्मान की भावना: श्रृंगार कर महिला को सम्मान देना और उसे सुंदरता और गरिमा के साथ विदा करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।

सुहागिन महिला का अंतिम संस्कार सिर्फ एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि एक भावुक और सम्मानजनक विदाई होती है। यह परंपरा न सिर्फ मान्यताओं से जुड़ी है, बल्कि एक स्त्री के जीवन के हर रूप को सम्मान देने की सोच को भी दर्शाती है।

डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पारंपरिक विश्वासों पर आधारित है। News1India इसकी सत्यता या वैज्ञानिक पुष्टि का दावा नहीं करता। पाठक अपनी समझ अनुसार विचार करें।

Tags: death ritualsHindu Culture
Share196Tweet123Share49
Previous Post

Jagannath Rath Yatra:कौन हैं देवी गुंडिचा और क्या है उनकी कहानी ,कैसे बनीं भगवान जगन्नाथ की मौसी

Next Post

Box office collection : धीमी शुरुआत के बाद पकड़ी रफ़्तार,आमिर खान की फिल्म ने पार किया 100 करोड़ का आंकड़ा

SYED BUSHRA

SYED BUSHRA

Next Post
Aamir Khan Sitare Zameen Par box office collection

Box office collection : धीमी शुरुआत के बाद पकड़ी रफ़्तार,आमिर खान की फिल्म ने पार किया 100 करोड़ का आंकड़ा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

news 1 india

Copyright © 2017 JNews.

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • Home
  • News
    • Politics
    • Business
    • World
    • Science
  • Entertainment
    • Gaming
    • Music
    • Movie
    • Sports
  • Tech
    • Apps
    • Gear
    • Mobile
    • Startup
  • Lifestyle
    • Food
    • Fashion
    • Health
    • Travel

Copyright © 2017 JNews.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version