Punjab News : पंजाब सरकार ने राज्य के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की है, जिसका शुभारंभ आज मंगलवार, 8 जुलाई को मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने संयुक्त रूप से किया। यह योजना देश की सबसे बड़ी कैशलेस स्वास्थ्य बीमा योजना बताई जा रही है।
“मुख्यमंत्री सेहत योजना” के अंतर्गत पंजाब के लगभग 65 लाख परिवारों को प्रतिवर्ष ₹10 लाख तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा मुफ्त में मुहैया कराई जाएगी। यह योजना 2 अक्टूबर से पूरी तरह लागू की जाएगी। इसके तहत गाँव-गाँव जाकर कैंप लगाए जाएंगे, जहाँ लोगों को हेल्थ कार्ड जारी किए जाएंगे।
क्या बोले अरविंद केजरीवाल ?
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, “आज का दिन पंजाब के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। यह योजना गरीबों की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाएगी। हमारे देश में जब कोई गंभीर बीमारी घर में दस्तक देती है, तो पूरा परिवार आर्थिक संकट में आ जाता है। यह कदम दशकों पहले ही उठ जाना चाहिए था।”
उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी की दो सबसे अहम प्राथमिकताएं हैं—शिक्षा और स्वास्थ्य। इन दोनों क्षेत्रों को मज़बूत किए बिना किसी भी समाज या देश की तरक्की अधूरी रहेगी।
मोहल्ला क्लिनिक की बड़ी कामयाबी
केजरीवाल ने अपने भाषण में जापान और सिंगापुर जैसे देशों का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे वहां शिक्षा और स्वास्थ्य में निवेश कर इन देशों ने वैश्विक पहचान बनाई। उन्होंने दिल्ली मॉडल का उदाहरण देते हुए कहा, “हमने दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत की थी, जो अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुके हैं। पंजाब में अब तक 881 मोहल्ला क्लिनिक खोले जा चुके हैं और अगले कुछ महीनों में यह संख्या 1000 तक पहुंच जाएगी।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस योजना के तहत न केवल आम नागरिक, बल्कि सरकारी कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर भी पूर्णतः कवर होंगे।
क्या है “मुख्यमंत्री सेहत योजना”?
-
यह योजना राज्य के सभी निवासियों को सरकारी और निजी अस्पतालों में ₹10 लाख तक का कैशलेस इलाज सुनिश्चित करती है।
-
सभी बीमारियों का इलाज इस योजना में शामिल होगा।
-
नागरिकों को केवल आधार कार्ड और वोटर कार्ड दिखाकर पंजीकरण कराना होगा, जिसके बाद प्रत्येक परिवार सदस्य को अलग-अलग हेल्थ कार्ड प्रदान किया जाएगा।
-
यदि किसी व्यक्ति का हेल्थ कार्ड पहले से नहीं बना हो, तो इलाज के दौरान अस्पताल में ही तत्काल कार्ड जारी कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस योजना को पंजाब की स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में “एक नई सुबह” करार दिया और कहा कि यह कदम हर नागरिक को गरिमा के साथ स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।