Indian Air Force Jaguar Crash in Rajasthan : राजस्थान के चूरू ज़िले के रतनगढ़ इलाके से एक दुखद खबर सामने आई है। यहां भारतीय वायुसेना का जगुआर ट्रेनर विमान बुधवार दोपहर ट्रेनिंग के दौरान गिर गया। इस हादसे में विमान में सवार दोनों पायलट शहीद हो गए। घटना के बाद भारतीय वायुसेना ने गहरा शोक जताया है और हादसे के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी यानी आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं।
भारतीय वायुसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘‘हम इस दुखद समय में शहीद पायलटों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं। बहादुर पायलटों की शहादत को हम सलाम करते हैं और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।’’
हादसे से इलाके में मची अफरा तफरी
हादसे के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने अचानक जोरदार धमाका सुना और फिर खेतों में आग की बड़ी-बड़ी लपटें और धुआं उठता देखा। कुछ लोगों ने आग बुझाने की कोशिश भी की। हादसे के बाद विमान का मलबा खेत में बिखरा पड़ा मिला और कुछ हिस्सों में आग लगी हुई थी।
स्थानीय पुलिस अधिकारी कमलेश ने बताया कि विमान दोपहर करीब 1:25 बजे गिरा। घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गईं। सेना की राहत और जांच टीम को भी बुला लिया गया। शुरुआती जांच के मुताबिक, यह विमान नियमित ट्रेनिंग मिशन पर था।
यह घटना और भी चिंताजनक इसलिए है क्योंकि बीते पांच महीनों में यह तीसरी बार है जब जगुआर विमान हादसे का शिकार हुआ है। इससे पहले 7 मार्च को अंबाला में और 2 अप्रैल को गुजरात के जामनगर में इसी तरह के हादसे हो चुके हैं। अंबाला हादसे में पायलट सुरक्षित बच गया था, लेकिन जामनगर की दुर्घटना में एक पायलट की जान चली गई थी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने जताया शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी इस घटना पर शोक जताते हुए कहा कि चूरू जिले के रतनगढ़ क्षेत्र में वायुसेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर से गहरा दुख हुआ है। उन्होंने प्रशासन को तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
भारतीय वायुसेना ने कहा है कि हादसे की हर पहलू से जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। साथ ही, पायलटों के साहस और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।