Delhi News : दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके सीलमपुर में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। जनता कॉलोनी की गली नंबर-5 में एक चार मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए पुलिस, दमकल विभाग, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत व बचाव कार्य जारी है।
अब तक मलबे से आठ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। इनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को पास के जेपीसी और जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं अब तक दो लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि पुलिस ने की है, जबकि कुछ अन्य शव भी मलबे से निकाले गए हैं, जिनकी शिनाख्त की प्रक्रिया जारी है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोग भी राहत कार्यों में हाथ बंटा रहे हैं। इलाका घनी आबादी वाला है और गलियां बेहद तंग हैं, जिससे बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
कैसे हुआ हादसा ?
पुलिस के मुताबिक, सुबह करीब 7:04 बजे वेलकम थाना क्षेत्र में इमारत गिरने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची टीमों ने देखा कि चार मंजिला इमारत की तीन मंजिलें पूरी तरह जमींदोज हो चुकी थीं। यह इमारत मतलूफ नामक शख्स की बताई जा रही है। हादसे में इसके सामने स्थित इमारत को भी नुकसान पहुंचा है। एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें संयुक्त रूप से मलबा हटाने और लोगों को बाहर निकालने में जुटी हैं।
अनीस अहमद अंसारी, जिनका घर गिरने वाली इमारत के ठीक बगल में है, ने बताया कि हादसे के वक्त सभी लोग सो रहे थे। सुबह करीब 7 बजे जोरदार धमाके की आवाज आई और बिजली गुल हो गई। इमारत गिरने से उसका मलबा उनके घर पर भी आ गिरा। अनीस ने बताया कि अभी भी कुछ लोग मलबे में दबे हो सकते हैं और सभी मिलकर उन्हें निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
अब तक मलबे से निकाले गए लोग
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परवेज (32), पुत्र अब्दुल
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नावेद (19), पुत्र अब्दुल
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सिजा (21), पत्नी परवेज
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दीपा (56), पत्नी गोविंद
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गोविंद (60), पुत्र रामचरण
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रवि कश्यप (27), पुत्र रामचरण
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ज्योति (27), पत्नी रवि कश्यप
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अहमद (14 महीने), पुत्र परवेज
मौके पर पहुंचे मंत्री कपिल मिश्रा
दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा, “गली इतनी संकरी है कि मशीनों से राहत कार्य करना मुश्किल हो रहा है। मलबा हाथों से हटाया जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हम प्रयास कर रहे हैं कि जो भी लोग मलबे में फंसे हैं, उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए।”
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गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले आजाद मार्केट इलाके में मेट्रो टनल के पास एक जर्जर इमारत ढह गई थी। उस हादसे में मनोज शर्मा नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में लापरवाही से मौत की धारा में मामला दर्ज किया है। वहीं, दिल्ली मेट्रो ने मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है और जांच शुरू कर दी गई है।