Is eating curd safe during monsoon season: मानसून के मौसम में हमारी सेहत को लेकर थोड़ी ज्यादा सतर्कता बरतनी पड़ती है। इस मौसम में न सिर्फ बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि हमारे पाचन तंत्र की कार्य क्षमता भी धीमी हो जाती है। ऐसे में कई बार सवाल उठता है कि क्या इस मौसम में दही खाना ठीक है या नहीं? चलिए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
दही सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है?
दही में भरपूर मात्रा में प्रोबायोटिक्स, कैल्शियम, और प्रोटीन पाया जाता है। ये पाचन को बेहतर बनाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। गर्मियों में दही शरीर को ठंडक देता है और पेट के लिए भी अच्छा होता है, लेकिन बारिश के मौसम में इसका सेवन सोच-समझकर करना चाहिए।
मानसून में दही खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं?
बारिश के समय वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे सर्दी-जुकाम, कफ और गले में खराश जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं। ऐसे में अगर आप दही खाते हैं तो यह आपकी तबीयत और बिगाड़ सकता है। दही ठंडी तासीर का होता है, जिससे बलगम बढ़ सकता है और इम्यूनिटी कमजोर पड़ सकती है।आयुर्वेद के अनुसार, इस मौसम में ठंडी चीजें जैसे दही या छाछ का सेवन पाचन की गड़बड़ी का कारण बन सकता है। इससे गैस, अपच, पेट फूलना और भारीपन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
अगर खाना हो दही तो रखें ये सावधानियां
अगर आपको दही खाना बहुत पसंद है, तो इसे पूरी तरह बंद करने की जरूरत नहीं है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें:
खट्टा दही न खाएं, इससे पेट में जलन और दस्त हो सकते हैं।
हमेशा ताजा या घर में जमा हुआ दही ही खाएं।
दही में थोड़ा भुना हुआ जीरा या काली मिर्च मिलाकर खाएं, इससे पाचन में मदद मिलती है।
रात के समय दही खाने से बचें, खासकर जब मौसम ठंडा हो।
मौसमी बीमारियों से बचाव जरूरी
मानसून में दही खाने से कई बार एलर्जी, पेट खराब होने की समस्या या बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए दही का सेवन करें। खासतौर पर तब, जब आप पहले से ही सर्दी, खांसी या कफ की शिकायत से जूझ रहे हों।
Disclaimer:यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें।