लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 में होने हैं। ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सूबे के 31 जिलों के डीएम को लखनऊ बुलाया था। नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होने चाहिए। ऐसे में अब उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 में होने वाले इन चुनावों में 19500 बूथ बढ़ेंगे।
आमतौर पर किसी भी राज्य विधानसभा के चुनाव की आयोग की तैयारियां साल भर पहले रफ्तार पकड़ती हैं लेकिन यूपी में करीब डेढ़ साल पहले ही बूथ स्तर पर मतदाता सूची समेत चुनाव संबंधी अन्य कामों पर ध्यान दिया जाने लगा है। इसमें सभी डीएम और एसडीएम को प्रशिक्षित किया जाना भी शामिल है। इसी सिलसिले में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सूबे के डीएम के साथ बैठक की और चुनावों को लेकर मंथन किया।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 के समय 1500 मतदाताओं पर एक बूथ का नियम था। इससे बूथों पर लंबी-लंबी कतारें लगती थीं। इसलिए चुनाव आयोग ने फैसला किया है कि एक पोलिंग स्टेशन पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं रहेंगे। किसी पोलिंग सेंटर पर इससे ज्यादा संख्या होने पर वहां बूथों की संख्या उसी अनुपात में बढ़ाई जाएगी। यूपी में पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 162462 बूथ थे। निर्वाचन अधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा होने के साथ ही नए बूथ बनाने का काम भी शुरू होगा। अगले चुनाव में इनकी संख्या 181962 तक पहुंचने की संभावना है।
साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग ने यह साफ निर्देश दिया कि पोलिंग स्टेशन बनाते समय यह ध्यान रखा जाए कि वह जगह अच्छी हो। इस दौरान 31 जिलों के डीएम को निर्वाचन आयोग के नियमों की पूरी जानकारी दी गई। निर्वाचन आयोग द्वारा यूपी में चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी, सुलभ और तकनीक-समर्थ बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इनमें मतदाता सूची का प्रबंधन, पोलिंग स्टेशनों की सुविधा, ईपीआईसी (वोटर आईडी) का वितरण, बीएलओ और ईआरओ के कार्यों की निगरानी जैसे अहम बिंदु शामिल हैं।