लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। सावन का पवित्र महिना चल रहा है। ऐसे में देशभर में कांवड़ यात्राएं निकल रही हैं। महादेव के भक्तों पर शहर-शहर, गांव-गांव पुष्प वर्षा कर लोग पुण्य कमा रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मेरठ पहुंचे। इसके पहले उन्होंने दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे पर हेलीकॉप्टर के जरिए कांवड़ियों पर फूल बरसाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद से हेलीकॉप्टर में सवार होकर दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे कावड़ यात्रा मार्ग पर पुष्प वर्षा करते हुए मुजफ्फरनगर तक पहुंचे। मुजफ्फरनगर के शिव चौक पर कौशल विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, मीरापुर से रालोद विधायक मिथलेश पाल समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। शिवचौक पर पुष्प वर्षा होने के दौरान कावड़ ला रहे शिव भक्तों ने हर हर महादेव के साथ ही योगी जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
मुजफ्फरनगर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर मेरठ के मोदीपुरम की शोभित यूनिवर्सिटी में उतरा। दुल्हेड़ा चौकी के पास लगे स्टेज से सीएम ने कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा की। पुष्पवर्षा के बाद सीएम योगी ने कहा कि कांवड़ यात्रा सामाजिक समता का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। इसमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सब शामिल हैं, लेकिन इस उमंग और उत्साह को भंग करने के कुत्सित प्रयास भी हो रहे हैं। कांवड़ियों को आगाह किया कि उनके बीच उपद्रवी किसी भेष में छुपे होंगे, जिनका षडयंत्र सफल न होने पाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से कहा कि ऐसे में कांवड भक्त कानून हाथ में न लेकर तुरंत प्रशासन को सूचना दें। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उपद्रवी कांवड़ भंग कर सकते हैं, लेकिन शिवभक्त संयम नहीं खोएंगे। सीएम ने कहा कि शिवजी के तप की कठिन साधना में बच्चे, महिलाएं भी बढ़ चढ़कर भाग ले रहे हैं, वहीं सामाजिक और धार्मिक संगठन श्रद्धा भाव से भक्तों की सेवा कर रहे हैं। सरकार ने पूरा प्रबंधन किया है।
सीएम ने कहा कि प्रशासन ने यातयात निर्बाध रखने की पूरी व्यवस्था की है साथ ही कांवड भक्तों से भी अपील है कि वह अपने साथ चलने वाले श्रद्धालुओं और सामान्य यात्रियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखें। मुख्यमंत्री ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि शिव लोकमंगल के देवता हैं। यह कृपा इस समय सभी शिव भक्तों पर बरस रही हैं। इस यात्रा से करोड़ों लोगों की भावना जुड़ी हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि 2017 से पहले कांवड़ यात्रा को नहीं चलने दिया जाता था। यदि जबरन चलती भी थी तो जिला प्रशासन और पुलिस के सहयोग से व्यवधान पैदा कर दिया जाता था। कांवड़ियों से अपील करते हुए कहा कि अब जल चढ़ने में अधिक समय नहीं हैं, इसलिए समय पर सभी भक्त अपने स्थान पर पहुंचे और शुद्ध मन से शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।