Travelling the new career: आज के समय में ट्रैवलिंग सिर्फ मस्ती या छुट्टी मनाने तक सीमित नहीं है। अब लोग अपनी यात्राओं को दूसरों के साथ शेयर करके उन्हें जानकारी देने, प्रेरणा देने और इससे करियर बनाने लगे हैं। यही है ट्रैवल ब्लॉगिंग एक ऐसा तरीका जिसमें आप अपनी ट्रिप्स को ब्लॉग, यूट्यूब वीडियो या सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए लोगों तक पहुंचाते हैं।
कैसे शुरू हुआ ट्रैवल ब्लॉगिंग का चलन?
ट्रैवल ब्लॉगिंग के बढ़ने में सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक का बड़ा योगदान रहा है। इंटरनेट सस्ता हुआ, मोबाइल सबके पास आया, और अब हर किसी को घूमना और उसे शेयर करना आसान हो गया है। खासकर युवा अब घूमते हुए सीखना और दूसरों को भी सिखाना चाहते हैं। वर्क फ्रॉम एनीवेयर का कल्चर, ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके और डिजिटल काम के विकल्प ने भी ट्रैवल ब्लॉगिंग को लोकप्रिय बना दिया है।
ट्रैवल ब्लॉगिंग की खास बातें
डिजिटल आज़ादी: कहीं से भी काम करने की सुविधा।
खुद की पहचान: सोशल मीडिया पर खुद को ब्रांड बनाने का मौका।
जिम्मेदार यात्रा: लोगों को पर्यावरण के अनुकूल और लोकल जगहों की जानकारी देना।
कमाई और पहचान: ब्लॉग या यूट्यूब के ज़रिए कमाई का ज़रिया और नाम दोनों मिलते हैं।
जरूरी Skills
अच्छी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी
दिलचस्प स्टोरीटेलिंग और लोगों से जुड़ने की कला
SEO यानी गूगल पर कंटेंट दिखाने की समझ
डिजिटल मार्केटिंग और सोशल मीडिया की जानकारी
रिसर्च और प्लानिंग की आदत
कंटेंट आइडिया कहां से लाएं?
शुरुआत में आप इन विषयों पर काम कर सकते हैं।
पहली बार गोवा जाने वालों के लिए ट्रैवल गाइड
ऋषिकेश की सोलो यात्रा का अनुभव
भारत के कम प्रसिद्ध लेकिन खूबसूरत हिल स्टेशन
बेस्ट ट्रैवल ऐप्स जो हर यात्री को पता होने चाहिए
कैसे बनें ट्रैवल ब्लॉगर?
सबसे पहले एक अलग और याद रखने लायक नाम चुनें
फिर एक ब्लॉग, यूट्यूब चैनल या इंस्टाग्राम अकाउंट शुरू करें
तय करें कि आपका फोकस क्या रहेगा बजट ट्रैवल, फैमिली ट्रिप्स, या फूड ट्रैवल?
नियमित और अच्छा कंटेंट बनाते रहें
दूसरे ट्रैवल ब्लॉगर से जुड़ें और सीखते रहें
अगर आपको घूमने का शौक है और आप इसे दूसरों के साथ शेयर करना चाहते हैं तो ट्रैवल ब्लॉगिंग आपके लिए एक बेहतरीन रास्ता हो सकता है। सही स्किल्स और लगातार मेहनत से आप इसमें पहचान और कमाई दोनों पा सकते हैं।