Aishnya Dwivedi On Parliament Monsoon Session 2025: संसद के मानसून सत्र 2025 में सोमवार से शुरू होने वाली पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले शहीद मेजर शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या ने सरकार और पूरे राजनीतिक वर्ग से बड़ा सवाल पूछा—”अब ऑपरेशन सिंदूर में क्या हो रहा है?” आजतक से बातचीत में ऐशन्या ने कहा कि आज की बहस शहीदों को सम्मान देने और आतंकवाद के खात्मे पर केंद्रित होनी चाहिए, न कि राजनीति पर। ऐशन्या की ये टिप्पणी उस वक्त आई जब विपक्ष और सरकार के बीच ऑपरेशन सिंदूर को लेकर गहमा-गहमी तेज हो चुकी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार शहीदों को सम्मान देगी और लंबा ऑपरेशन चलाकर पाकिस्तान में पल रहे आतंक के अड्डों को खत्म करेगी।
ऐशन्या का भावुक सवाल: “अब ऑपरेशन सिंदूर में क्या हो रहा है?”
संसद के मानसून सत्र में सोमवार से ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर दोनों सदनों में 16-16 घंटे की विस्तृत बहस प्रस्तावित है। इससे पहले शहीद मेजर शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या ने आजतक से बातचीत में कहा कि उन्हें सिर्फ एक सवाल परेशान कर रहा है—”अब ऑपरेशन सिंदूर में क्या हो रहा है?” उन्होंने प्रधानमंत्री के उस बयान का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा।
ऐशन्या ने उम्मीद जताई कि इस बहस में सिर्फ देश की सुरक्षा और आतंकवाद के खात्मे की बात होनी चाहिए। उन्होंने चेताया कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 26 शहीदों को सम्मान मिले।
“पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता है, ऑपरेशन लंबा चले तभी खत्म होगा आतंक”
Aishnya Dwivedi ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंक को खत्म करने के लिए पाकिस्तान के भीतर घुसकर कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने इंडियन आर्मी की तारीफ करते हुए कहा कि वे कुछ जवानों से मिली हैं, जिनके अंदर गुस्सा है और देश के लिए जज्बा भी। उन्होंने कहा कि हमारी सेना मजबूत है लेकिन आतंकी कायर हैं और आतंक तब तक खत्म नहीं होगा जब तक ऑपरेशन लंबे समय तक न चलाया जाए।
उन्होंने सरकार से मांग की कि सभी शहीदों को औपचारिक रूप से “शहीद” का दर्जा दिया जाए।
“राजनीति करने वाले खुद भुगतें तब समझ आएगा”, पूर्व वित्त मंत्री के बयान पर तंज
जब Aishnya Dwivedi से पूर्व वित्त मंत्री के उस बयान पर सवाल किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकी पाकिस्तानी नहीं थे, तो उन्होंने तीखा जवाब देते हुए कहा, “जब तक इन नेताओं के परिवारों के साथ ऐसा नहीं होगा, तब तक वे खुलकर नहीं बोल पाएंगे।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से आतंकियों को पनाह देता आया है, और अब वक्त है कि भारत इसका कड़ा जवाब दे। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर कोई छोटा ऑपरेशन नहीं था, यह देश की सुरक्षा नीति की रीढ़ है।
“भारत में डर नहीं, फैसला 26 शहीदों को ध्यान में रखकर हो”
सीजफायर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर भी ऐशन्या ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत में डर नहीं है, लेकिन अगर सीजफायर हुआ तो ट्रंप को भी उन 26 लोगों के बलिदान को ध्यान में रखकर कदम उठाना चाहिए था।
Aishnya Dwivedi ने अंत में कहा, “भारतीय सेना पर मुझे गर्व है। मेरी उम्मीदें आज भी सरकार से बहुत ज्यादा हैं। बस ये उम्मीद है कि बहस का केंद्र सिर्फ और सिर्फ देश की सुरक्षा और शहीदों का सम्मान हो।”
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