नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लोकसभा में दो दिन से चर्चा चल रही है। मंगलवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी गरजे और पीएम नरेंद्र मोदी को सीधे चुनौती दी। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। उन्होंने दो टूक शब्दों में ऑपरेशन सिंदूर के वक्त दुनिया के किसी नेता ने भारत को कार्रवाई रोकने के लिए नहीं कहा। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने हमारे डीजीएमओ को फोन लगाया। पाक डीजीएमओ गिड़गिड़ाए और कहा प्लीज हमला रोक दे। इसी के बाद भारत ने कार्रवाई रोकी। फिलहाल ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा, कि इस सत्र के प्रारंभ में ही जब मैं मीडिया के सामने बात कर रहा था, तो मैंने उल्लेख किया था कि ये सत्र भारत के विजयोत्सव का सत्र है। ये भारत के गौरवगान का सत्र है। मैं कहना चाहूंगा कि ये विजयोत्सव दुश्मन को मिट्टी में मिलाने का है। ये विजयोत्सव सिंदूर की सौगंध पूरा करने का है। ये विजयोत्सव सेना के शौर्य और सामर्थ्य का प्रतीक है, तो 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति का प्रतीक है। जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता है, उन्हें मैं आईना दिखाने के लिए खड़ा हुआ हूं। आतंकी आकाओं और पाकिस्तान को ये पता है कि हमला हुआ तो भारत आएगा और घुसकर मारेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो टूक शब्इों में कहा, ‘दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने को नहीं कहा। अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझे फोन पर बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है और मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का ये ईरादा है, तो उनको बहुत महंगा पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि नौ मई की मध्य रात्रि और दस मई की सुबह हमारी मिसाइलों ने पाकिस्तान के कोनों में प्रहार किया और पाकिस्तान को घुटनों पर आने के लिए मजबूर किया। पीएम मोदी ने कहा, ‘जब पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार हुआ, तो पाकिस्तान ने फोन करके डीजीएमओ के सामने फोन करके गुहार लगाई कि बस करो बहुत मारे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, अब ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं है। प्लीज हमला रोक दो। भारत ने तो पहले दिन ही कह दिया था कि हमने हमारा लक्ष्य पूरा कर दिया है। अगर अब कुछ करोगे, तो महंगा पड़ेगा। भारत की स्पष्ट नीति थी, सेना के साथ मिलकर तय की गई नीति थी कि उनके आकाओं का ठिकाना हमारा लक्ष्य है। हमने पहले ही तय किया था कि भारत सिर्फ आतंकियों के ठिकानों और उनके आकाओं को मिट्टी में मिलाने के लिए हमला करेगा और हमने वही किया भी। हमने 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए। पाक ने हिमाकत करने की कोशिश की, जिसका हमारी सेनाओं ने ऐसा जवाब दिया ि कवह जिंदगी भर नहीं भूल पाएगा।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की, इसे लेकर यहां भांति भांति की बातें की गईं। ये वहीं प्रोपेगेंडा है जो सीमा पार से यहां फैलाया गया है। कुछ लोग सेना द्वारा दिए गए तथ्यों की जगह पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ाने में जुटे हुए थे, जबकि भारत का रूख हमेशा स्पष्ट रहा था। भारत ने पहले ही रणनीति बनाई थी कि हम हमले आतंकियों पर करेंगे। लेकिन पाकिस्तान को ज्यादा खुजली हो रही थी। जिसका भारतीय सेनाओं ने जवाब देकर बता दिया कि ये नया भारत है। अब भारत घुसकर मारता है। हमने पाकिस्तान के 9 एयरबेस बर्बाद कर दिए, जिनकी तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखीं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 22 अप्रैल को पहलगाम में जिस प्रकार की क्रूर घटना घटी, जिस प्रकार आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों को उनका धर्म पूछ पूछकर गोलियां मारीं, ये क्रूरता की पराकाष्ठा थी। भारत को हिंसा की आग में झोंकने का ये सुविचारित प्रयास था। भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी.पीएम मोदी ने कहा, मैं कहा था कि ऐसा हमला करने वालों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। उन्हें कल्पना से परे सजा मिलेगी। हमें हमारे सैन्यबलों की क्षमता पर पूरा भरोसा है। सेना को कार्रवाई की खुली छूट दी गई। ये मीटिंग में तय हुआ कि सेना तय करे कि कब, कहां और कैसे और किस प्रकार से कार्रवाई हो, ये सेना तय करे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर हमने 10 सालों में ऐसी तैयारी न की होती तो हमें कितना बड़ा नुकसान हो सकता था। युद्ध के दौरान हमारी तीनों सेनाओं के बीच गजब का समन्वय था। आज आतंकी आकाओं को नींद नहीं आती, उन्हें पता है कि हमला किया तो भारत आएगा और मार के जाएगा। दुनिया ने देख लिया कि हमारी कार्रवाई का दायरा कितना बड़ा है। सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान पर कार्रवाई की है। ऑपरेशन सिंदूर ने तय कर दिया कि भारत में आतंकी हमले की आकाओं और पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.।