Babbugosha: मानसून आते ही नमी और गंदगी की वजह से बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं, जिससे पेट में गड़बड़ी, अपच, एसिडिटी, दस्त और फूड पॉइजनिंग जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं। ऐसे मौसम में कोई ऐसा फल जो स्वाद के साथ-साथ सेहत भी दे, तो क्या कहने बब्बूगोशा यानी नाशपाती एक ऐसा ही फल है, जो इस मौसम में पेट के लिए रामबाण बन सकता है।
बब्बूगोशा क्या है?
Babbugoshaएक रसदार और ठंडा फल है, जो आयुर्वेद में रक्त-पित्त शांत करने वाला माना जाता है। इसका मतलब यह है कि यह शरीर की गर्मी को कम करने में मदद करता है। मानसून के दौरान जब एसिडिटी और पेट में जलन जैसी दिक्कतें बढ़ती हैं, तब बब्बूगोशा शरीर का तापमान संतुलित रखने में मदद करता है।
बब्बूगोशा खाने के फायदे
पाचन ठीक करता है
इस फल में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। यह गैस, अपच और पेट फूला होने जैसी समस्याओं से राहत देता है।
कब्ज से राहत दिलाता है
बब्बूगोशा में मौजूद घुलनशील फाइबर आंतों की सफाई में मदद करता है और पेट को ठीक से साफ करता है।
एसिडिटी और अल्सर में फायदेमंद
यह फल पेट में बनने वाली एसिड की मात्रा को संतुलित करता है और जलन या अल्सर जैसी समस्याओं को कम करता है।
पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करता है
बब्बूगोशा पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे खाना अच्छे से पचता है और पेट हल्का महसूस होता है।
कैसे खाएं बब्बूगोशा?
डॉक्टरों की राय है कि इस फल को दिन के वक्त कच्चा खाना सबसे बेहतर होता है। इसे सलाद की तरह खा सकते हैं, ऊपर से थोड़ा नींबू का रस और हरा धनिया डालें तो स्वाद और भी बढ़ जाता है।
मानसून में क्यों ज़रूरी है बब्बूगोशा?
बारिश के दिनों में पाचन से जुड़ी समस्याएं आम हो जाती हैं। ऐसे में बब्बूगोशा एक ऐसा फल है जो न सिर्फ शरीर को ठंडक देता है, बल्कि पेट की समस्याओं को भी जड़ से ठीक करता है। इसलिए इस मानसून सीज़न में बब्बूगोशा को अपने खाने में ज़रूर शामिल करें और खुद को रखें फिट और फ्रेश।