UPPCL News: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) में व्यापक बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है। चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने कार्मिक विभाग की समीक्षा बैठक में साफ निर्देश दिए कि कर्मचारियों को आधुनिक तकनीकों और सुरक्षा मानकों पर प्रशिक्षण दिया जाए। साथ ही, बायोमैट्रिक हाजिरी, संविदा कर्मियों को समय पर वेतन भुगतान और मेंटेनेंस स्टाफ को सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। डॉ. गोयल ने चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को तृतीय श्रेणी पदों पर प्रोन्नति देने की प्रक्रिया शुरू करने की बात भी कही। यह निर्णय कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाने और उपभोक्ता सेवा को बेहतर करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
प्रशिक्षण और दक्षता पर फोकस
गुरुवार को UPPCL आयोजित समीक्षा बैठक में चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने कहा कि किसी भी संस्थान की कार्यकुशलता, वहां कार्यरत कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर निर्भर करती है। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम योजनाबद्ध तरीके से सभी संवर्ग के कर्मचारियों को शामिल करके आयोजित किए जाएं। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि ऊर्जा विभाग एक महत्वपूर्ण उपभोक्ता सेवा है, और इसमें कार्यरत कर्मचारियों की दक्षता सीधे उपभोक्ताओं की संतुष्टि से जुड़ी होती है।
समय पर वेतन और सुरक्षा उपकरण जरूरी
डॉ. गोयल ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी कर्मचारियों की उपस्थिति अब बायोमैट्रिक सिस्टम से दर्ज होनी चाहिए ताकि पारदर्शिता बनी रहे। इसके साथ ही, संविदा कर्मियों को समय से वेतन भुगतान सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि मेंटेनेंस स्टाफ को सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति हर हाल में की जाए ताकि उनके कार्यस्थल पर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
पदोन्नति और गोपनीय आख्या पर सख्ती
बैठक में डॉ. गोयल ने कर्मचारियों की पदोन्नति प्रक्रिया में सुधार लाने के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को तृतीय श्रेणी में प्रोन्नत करने की योजना पर भी बात की। उन्होंने निर्देश दिया कि इसके लिए आवश्यक प्रशिक्षण और चयन प्रक्रिया को शीघ्र विकसित किया जाए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सभी विभागों से वार्षिक गोपनीय आख्या (ACR) समय पर पूर्ण करने और अनुशासनात्मक मामलों का निपटारा जल्द करने की सख्त हिदायत दी।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई समीक्षा
इस अहम बैठक में UPPCL पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, निदेशक (कार्मिक प्रबंधन एवं प्रशासन) सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में विभागीय कार्यप्रणाली, कर्मचारियों की समस्याएं और उनके समाधान पर भी गहन चर्चा की गई। इस बैठक के बाद UPPCL में एक सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे संगठन की कार्यकुशलता और उपभोक्ता संतुष्टि दोनों में सुधार होगा।