लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। बेवफा बीवी ने हार्टअटैक से पति की मौत परिवारवालों को बताई। महिला की बात पर सभी को यकीन हो गया और पुलिस को बिना सूचना दिए शव को अंतिम संस्कार करा दिया। लेकिन तभी केस में नया मोड़ आता है। परिवार की एक बच्ची ने हत्याकांड का राज खोल दिया। बच्ची ने बताया कि चाचा की हत्या चाची और ताऊ के बेटे ने मिलकर की है। शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज करते हुए आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को अरेस्ट कर लिया है।
मामला बुलंदशहर के बीबीनगर थाना क्षेत्र स्थित परतापुर गांव का है। यहां गत आठ सितंबर की रात को ओमपाल की मौत हो गई थी। पत्नी ने मौत की वजह हार्टअटैक बताई थी। भतीजी ने दो दिन बाद बुधवार को परिजनों से कहा कि चाचा की हत्या चाची और ताऊ के बेटे ने मिलकर की है। जिसके बाद मृतक ओमपाल के भाई ने थाने पर मृतक की पत्नी व बड़े भाई के पुत्र के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने दोनों नामजद को जब हिरासत में लिया तो उन्होंने हत्या करने की बात कबूल कर ली है। पुलिस ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
गांव परतापुर निवासी करन सिंह ने बताया कि उनका भाई 40 वर्षीय ओमपाल सिंह मजदूरी कर अपना व परिवार का पालन पोषण करता था। उनका भाई उनके पड़ोस में ही पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। गत आठ सितंबर को ओमपाल अपने घर पर खाना खाकर सोया था, सुबह उनके न उठने पर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों ने इसे स्वाभाविक व दिल का दौरा पड़ने से मौत होना समझकर अंतिम संस्कार कर दिया था। पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई और शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया। लेकिन, चाचा की मौत के बाद से करन सिंह की 12 वर्षीय पुत्री गुमसुम रहने लगी।
बुधवार को जब परिजनों ने उससे गुमसुम रहने का कारण पूछा तो उसने कहा कि ओमपाल चाचा की हत्या की गई है। बच्ची ने बताया कि घटना वाली रात वह भी ओमपाल चाचा के घर पर ही सोने के लिए गई थी। देर रात में जब उसकी आंख खुलीं तो देखा कि उसकी चाची प्रीति ने चाचा ओमपाल के हाथ पकड़े हुए थे और ताऊ के बेटे अभय (जो खुद ओमपाल का ही सगा भतीजा है) ने चाचा का चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी थी। दोनों को लगा था कि बच्ची सो रही है, लेकिन वह सब देख रही थी। यह मामला सामने आते ही करन सिंह व परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल थाना पुलिस को मामले की सूचना दी।
जिस पर थाना पुलिस ने दोनों नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि उनके बीच दो वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा है। इसलिए वह दोनों अब साथ रहना चाहते थे। लेकिन, ओमपाल इसका विरोध करता था। इसी के चलते आठ सितंबर की रात को ओमपाल के सोते ही उन्होंने वारदात को अंजाम दे डाला। पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त चुन्नी को बरामद किया है। साथ ही पूछताछ के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। वहीं 12 वर्षीय बच्ची की बहादुरी की चर्चा पूरे गांव में हो रही है।
जहां एक तरफ लोग इस मासूम की समझदारी की सराहना कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रीति और अभय के रिश्ते और इस घिनौनी साजिश को लेकर रोष व्याप्त है। पुलिस ने बताया कि जब आरोपियों से पूछताछ की तो उन्हें लगा कि ओमपाल की दोनों बेटी और भतीजी तीनों सो रहे हैं। लेकिन, उन्हें इसका जरा भी एहसास नहीं था कि भतीजी ने पूरी वारदात को अंजाम देते हुए देख लिया है। यदि, बच्ची इस बात को अपने परिजनों को नहीं बताती तो संभव है कि कभी भी ओमपाल की हत्या का राज नहीं खुल पाता।
सीओ स्याना प्रखर पांडेय ने बताया कि मामले में बच्ची द्वारा अपने परिजनों को हत्या की जानकारी दी गई। वह आए दिन अपने चाचा ओमपाल के घर शाम को खेलते हुए सो जाया करती थी। उस दिन भी वह देर शाम होने पर खाना खाकर वहीं सो गई थी। पूछताछ में उसने बताया कि रात में उसने ओमपाल की हत्या करते हुए चाची व ताऊ के लड़के को देखा। पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों से पूछताछ में भी प्रेम प्रसंग के चलते हत्या किए जाने की बात सामने आई है।