Monday, November 10, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home उत्तर प्रदेश

Land Scam:मुजफ्फरनगर में बड़ा भूमि घोटाला उजागर, SDM सस्पेंड,सरकारी जमीन को निजी नाम पर दर्ज करने का मामला

मुजफ्फरनगर की जानसठ तहसील में 750 बीघा सरकारी जमीन को गलत तरीके से निजी नाम पर दर्ज करने के आरोप में एसडीएम जयेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। जांच में गड़बड़ी साबित हुई।

SYED BUSHRA by SYED BUSHRA
September 12, 2025
in उत्तर प्रदेश
Land scam in Jansath tehsil
493
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Land Scam in Jansath Tehsil:मुजफ्फरनगर जनपद की जानसठ तहसील में 750 बीघा सरकारी जमीन को गलत तरीके से निजी नाम पर दर्ज किए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। इस पूरे प्रकरण में एसडीएम जयेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी जमीन को किसानों के नाम कर अरबों रुपये का नुकसान कराया। भाजपा के पूर्व विधायक विक्रम सैनी ने भी उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने जांच कराई, जिसमें प्रथम दृष्टया गड़बड़ी साबित हुई। इस कार्रवाई से राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है।

डेरावाल कॉर्पोरेटिव फार्मिंग सोसायटी की जमीन

यह मामला गांव इसहाकवाला से जुड़ा है। यहाँ 1962 में डेरावाल कॉर्पोरेटिव फार्मिंग सोसायटी की स्थापना हुई थी। सोसायटी के पास लगभग 900 बीघा जमीन थी। वर्षों से इस जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा था। सोसायटी के सदस्य जीवन दास के बेटे गुलशन और हरबंस के पोते के बीच झगड़ा था। 1972 में हरबंस अलग हो गए थे। साल 2018 में तहसील प्रशासन ने हाईकोर्ट को बताया कि हरबंस का इस जमीन से कोई संबंध नहीं है। इसके बावजूद मार्च 2024 में एसडीएम जयेंद्र सिंह ने फिर से मामले की सुनवाई शुरू कर दी।

RELATED POSTS

No Content Available

रातों-रात आदेश बदल कर जमीन की दर्ज

19 जुलाई 2025 को जयेंद्र सिंह ने अचानक आदेश देकर 600 बीघा सोसायटी की और 150 बीघा सरकारी जमीन हरबंस के नाम कर दी। जब सोसायटी सदस्य गुलशन को इस बारे में जानकारी हुई, तो उन्होंने अपने बेटे ईशान के साथ 29 जुलाई को डीएम उमेश मिश्रा से शिकायत की। डीएम ने तुरंत एडीएम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई। इसके बाद एसडीएम ने अपने आदेश को रातों-रात वापस ले लिया। जांच में पाया गया कि जमीन को गलत तरीके से निजी नाम पर दर्ज किया गया था।

हाईवे के सामने की जमीन, विवाद का केंद्र

यह जमीन हाईवे के बिल्कुल सामने है, जिस पर पहले ही मुआवजे को लेकर विवाद चल रहा था। हाईकोर्ट ने पहले ही इस जमीन को सरकारी मानते हुए मुआवजा देने से इनकार कर दिया था। इसके बावजूद एसडीएम ने वही जमीन कागजों में निजी नाम पर दर्ज कर दी। जांच रिपोर्ट में दोष पाया गया, जिसके बाद शासन ने जिलाधिकारी की सिफारिश पर एसडीएम जयेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया।

प्रशासन की सख्ती से मचा हड़कंप

इस कार्रवाई से पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है। अधिकारियों में भी डर का माहौल है कि गलत काम करने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा। यह मामला दर्शाता है कि सरकारी जमीन की सुरक्षा कितनी जरूरी है और भ्रष्टाचार पर प्रशासन कितना सख्त हो सकता है।

Tags: Jansath TehsilLand Scam
Share197Tweet123Share49
SYED BUSHRA

SYED BUSHRA

Related Posts

No Content Available
Next Post
Lakhimpur Kheri

Lakhimpur Kheri में ‘कथा का खेल’! ब्राह्मण बनकर कथा सुनाते मौर्य समाज के बाबा, मंच पर मंगवाई माफी – वीडियो ने मचाया बवाल

Akhilesh Yadav

'भारत में हो सकते हैं नेपाल जैसे हालात', वोट चोरी और असुरक्षा पर फूटा अखिलेश का गुस्सा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version