नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बिहार चुनाव के बीच गुजरात में बड़ा सियासी उलटफेर हो गया। यहां मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में एक बैठक हुई। जिसके बाद राज्य मंत्रिपरिषद के सभी मंत्रियों के इस्तीफे ले लिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर लिया गया है। फिलहाल सीएम ने रिजाइन नहीं किया। सीएम कुछ राज्यपाल से मिलकर मंत्रियों के रिजाइन प.त्र उन्हें सौंप देंगे।
गुजरात से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आई है। बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री निवास पर एक बैठक हुई। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मंत्रियों से रिजाइन करने को कहा। इसके बाद सभी मंत्रियों ने अपने-अपने त्यागपत्र मुख्यमंत्री को सौंप दिए। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज रात राज्यपाल से मुलाकात कर मंत्रिपरिषद के इस्तीफे सौंपेंगे। माना जा रहा है कि यह कदम राज्य में संभावित कैबिनेट विस्तार का हिस्सा है।
बता दें, इस घटनाक्रम पर बीजेपी या मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह 11ः30 बजे गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में नई मंत्रिपरिषद शपथ लेगी। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा भी मौजूद रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर राज्य सरकार के सभी 16 मंत्रियों से इस्तीफा देने के लिए कहा है।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, यह बदलाव संगठन और सरकार में नई ऊर्जा लाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। पार्टी नेतृत्व राज्य में युवा और नए चेहरों को शामिल कर भविष्य की राजनीतिक रणनीति मजबूत करना चाहता है। गौरतलब है कि गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी चाहती है कि उसके पहले प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों स्तर पर नई टीम तैयार की जाए। बताया जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल में युवा नेताओं को मौका मिल सकता है। रिजाइन करने वाले मंत्रियों को संगठन में भेजा जा सकता है।