NCR recruitment delay: उत्तर मध्य रेलवे (NCR) में 13,000 से अधिक पदों पर भर्ती न होने के कारण हजारों युवाओं का भविष्य अधर में है, जबकि स्टाफ की भारी कमी से रेलवे की कार्यक्षमता और परिचालन (operations) दोनों प्रभावित हो रहे हैं। सूचना का अधिकार (RTI) से मिली जानकारी के अनुसार, NCR मुख्यालय प्रयागराज में कुल 13,108 पद लंबे समय से खाली हैं। इनमें लेवल-1 के 2,648 पद शामिल हैं, जिनके लिए न्यूनतम योग्यता हाईस्कूल है, जबकि शेष 10,460 पद तकनीकी और गैर-तकनीकी श्रेणियों के हैं, जिनके लिए स्नातक या डिप्लोमा जैसी योग्यताएँ आवश्यक हैं। खाली पदों में ट्रैक मेंटेनर, असिस्टेंट प्वाइंट्समैन और सहायक जैसे महत्वपूर्ण पद प्रमुख हैं।
प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडलों को कवर करने वाले उत्तर मध्य रेलवे में ट्रेनों का दबाव लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में इन खाली पदों पर जल्द भर्ती न होने से मेंटेनेंस और ट्रेन संचालन की सुरक्षा प्रभावित हो रही है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति का कहना है कि इतनी बड़ी वैकेंसी से हजारों युवाओं को नौकरी मिल सकती है। बोर्ड ने अब इन खाली पदों को भरने के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) आधारित भर्ती को हरी झंडी दे दी है।
क्यों रुकी थी भर्ती प्रक्रिया?
उत्तर मध्य रेलवे (NCR) में बड़े पैमाने पर खाली पदों के बावजूद भर्ती प्रक्रिया में ठहराव आने का मुख्य कारण डिपार्टमेंटल प्रमोशन में हुई धांधली थी। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी (CPRO) शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि मुगलसराय और अहमदाबाद में विभागीय पदोन्नति में गड़बड़ी पाई गई थी, जिसके बाद सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार किया। इस घटनाक्रम के बाद रेलवे बोर्ड ने भर्ती और विभागीय पदोन्नति दोनों में पारदर्शिता लाने के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) प्रणाली लागू करने का बड़ा निर्णय लिया।
CPRO के अनुसार, इसी नीतिगत बदलाव और नई प्रक्रिया को लागू करने की तैयारी के कारण भर्तियों में देरी हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब चीजें टाइम लाइन हो गई हैं और बोर्ड ने खाली पदों को जल्द से जल्द भरने के लिए CBT आधारित भर्ती को हरी झंडी दे दी है। इस निर्णय से न केवल भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी, बल्कि योग्य उम्मीदवारों का चयन भी सुनिश्चित हो सकेगा।
अब भर्ती प्रक्रिया में आएगी तेजी
रेलवे बोर्ड के इस निर्णय से अब उत्तर मध्य रेलवे में 13,108 खाली पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी आने की उम्मीद है। उप मुख्य कार्मिक अधिकारी डॉ. आशीष सचान ने बताया कि खाली पदों में ट्रैक मेंटेनर, असिस्टेंट प्वाइंट्समैन और सहायक जैसे पद शामिल हैं, जिनकी रेलवे के परिचालन और सुरक्षा में अहम भूमिका होती है। ट्रैक मेंटेनर रेल पटरियों का रखरखाव करते हैं, जबकि प्वाइंट्समैन सिग्नलों की व्यवस्था संभालते हैं। इन पदों पर भर्ती से ट्रेन संचालन अधिक सुरक्षित और सुचारू हो सकेगा, साथ ही रेलवे की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी।
युवाओं को अब जल्द ही रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की ओर से नई भर्तियों की आधिकारिक अधिसूचना (नोटिफिकेशन) जारी होने का इंतजार है। CBT आधारित भर्ती से पारदर्शिता बढ़ेगी और योग्य उम्मीदवारों को अवसर मिलेगा, जिससे स्टाफ की कमी को दूर किया जा सकेगा और उत्तर मध्य रेलवे की सेवाएं बेहतर होंगी।










