नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 6 नवंबर को पहले चरण की 121 सीटों के लिए सुबह से वोटिंग का कार्य शुरू हुआ। पोलिंग बूथों पर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। बिहारियों ने बड़चड़ कर मतदान में हिस्सा लिया और नया कीर्तिमान गढ़ा। प्रदेश में शाम पांच बजे तक 60.18 प्रतिशत वोटिंग हो गई है। पूरे आंकड़े देररात सामने आएंगे। जानकार बताते हैं कि वोट प्रतिशत 65 से ऊपर जा सकता है। सबसे ज्यादा वोटिंग बेगुसराय में हुई। जबकि पटना में मतदान का प्रतिशत कम रहा। हॉट सीट मोकामा की बात करें तो यहां भी वोट प्रतिशत कम रहा।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 6 नवंबर को शाम 5 बजे तक औसतन 60.18 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य के विभिन्न जिलों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, मतदाताओं ने पूरे उत्साह के साथ लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लिया। सुबह से पोलिंग बूथों पर लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। कुछ बूथों से विवाद की खबरें आई, जिन्हें चुनाव आयोग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर संभाल लिया। मतदाताओं का उत्साह देख उम्मीदवार भी गदगद दिखे। वंफर वोटिंग से राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। इनसब के बीच बताया जा रहा है कि बिहार के वोटर्स 2025 में पूराने रिकार्ड को तोड़कर नया कीर्तिमान रच सकते हैं। ऐसी चर्चा है कि मतदान प्रतिशत 65 के ऊपर जा सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव में शाम पांच बजे तक मधेपुरा में 65.74 फीसदी, सहरसा में 62.65 फीसदी, दरभंगा में 58.38 फीसदी, मुजफ्फरपुर में 65.23 फीसदी, गोपालगंज में 64.96 फीसदी, सीवान में 57.41 फीसदी, सारण में 60.90 फीसदी, वैशाली में 59.45 फीसदी, समस्तीपुर में 66.65 फीसदी, बेगूसराय में सर्वाधिक 67.32 फीसदी, खगड़िया में 60.65 फीसदी, मुंगेर में 54.90 फीसदी, लखीसराय में 62.76 फीसदी, शेखपुरा में न्यूनतम 52.36 फीसदी, नालंदा में 57.58 फीसदी, पटना में 55.02 फीसदी, भोजपुर में 53.24 फीसदी और बक्सर में 55.10 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। सबसे अधिक बेगूसराय में और सबसे कम पटना में मतदान हुआ।
जिन 121 वधिनसभा सीटों पर वोट डाले गए, वहां 2020 में 57.05 फीसदी वोटिंग हुई थी। जबकि इसबार आंकडा 60 के पार पहुंच गया है। जानकार बताते हैं कि पांच वजहों के चलते मतदान के ग्राफ में बढ़ोतरी हुई। जानकार बताते हैं पहली, एसआईआर यानी फर्जी वोटर्स नहीं हैं। दूसरी-छठ, तीसरा कार्यकर्ताओं में जोश, चौथी- युवाओं का उत्साह और पांचवीं, कोरोना जैसी महामारी का इस बार न होना। एनडीए हो या महागठबंधन सब अपने वोटर्स को बूथ पर खींचकर लाने में कुछ हद तक सफल हुए हैं। जानकार बताते हैं कि मत प्रतिशत बढ़ने से बीजेपी को फाएदा हो सकता है। क्योंकि जहां-जहां मत प्रतिशत बढ़ा, वहां-वहां बीजेपी को ही सबसे ज्यादा फाएदा हुआ।
मुंगेर विधानसभा क्षेत्र में पहले चरण के चुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री शैलेश कुमार ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जमालपुर के जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष दीपक कुमार के घर पुलिस पहुंची, उनके साथ मारपीट कर थाने ले गई। शैलेश कुमार का आरोप है कि पुलिस ने उनके कई समर्थकों को बिना किसी कारण हिरासत में लिया और दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की जा रही है ताकि उनके चुनाव अभियान को कमजोर किया जा सके। पूर्व मंत्री ने जिला प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
लखीसराय में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और राजद एमएलसी के बीच तकरार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें दोनों नेता एक दूसरे पर आरोप लगाते नजर आ रहे हैं। विजय सिन्हा में कहा कि राजद एमएलसी ने शराब पी ली है। इसीलिए ऐसा कर रहे हैं। वहीं एमएलसी अजय कुमार सिंह ने कहा कि रात में इनको पैसा बांटने नहीं दिया गया। इसीलिए ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके लोगों ने हमारी गाड़ी रोकी और गुंडागर्दी पर उतर आए। वह चुनाव हार गए इसलिए बौखला गए हैं। विजय सिन्हा का चैप्टर बंद हो चुका है। उन पर हमला नहीं हुआ। वो कई दिनों से ये नाटक रचने का प्रयास कर रहे थे। लखीसराय में विवाद के बाद मौके पर डीएम-एसपी पहुंचे।
लखीसराय में बूथ पर हंगामे के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बिहार के डीजीपी को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है। लखीसराय एसपी खुद घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं। एडिनिशल सीईओ अमित कुमार पांडेय ने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं मोकामा विधानसभा के दर्वे भदौर में राजद प्रत्याशी वीणा देवी के पति और बाहुबली सूरजभान सिंह का विरोध किया गया। वह मतदान की अपील करने गए थे। इसी दौरान लोगों ने उनका विरोध कर दिया। हालांकि, उन्होंने ने मतदाताओं को समझाने की कोशिश जरूर की लेकिन, किसी ने उनकी एक न सुनी।
इसके बाद वह वहां से लौट गए।
सीवान के गोरेयाकोठी विधानसभा क्षेत्र के लकड़ी नवीगंज प्रखंड स्थित बूथ संख्या 349 और 350 लकड़ी मकतब पर भाजपा प्रत्याशी देवेशकांत सिंह के पहुंचने पर विवाद हो गया। आरोप है कि उन्होंने वहां मौजूद मुस्लिम महिला मतदाताओं से बुर्का हटाने को कहा, जिसके बाद स्थानीय वोटरों ने कड़ा विरोध जताया। मौके पर हंगामा बढ़ने पर लोगों ने ‘वोट चोर गद्दी छोड़ो’ के नारे लगाए। स्थिति को संभालने के लिए प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके बाद जाकर मामला शांत हुआ। सीवान को बाहुबली शाहबुद्दीन का गढ़ कहा जाता है। बाहुबली के बटे ओसामा आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। यहां कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है।










