Link Expressway: उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। गंगा एक्सप्रेसवे को नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए प्रस्तावित 74.3 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी में क्रांति ला देगी। लगभग ₹4,000 करोड़ की अनुमानित लागत से बनने वाला यह लिंक एक्सप्रेसवे 56 गांवों की भूमि से होकर गुजरेगा, जिनमें गौतमबुद्ध नगर के 8 और बुलंदशहर जिले के 48 गांव शामिल हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) इस परियोजना पर मिलकर काम कर रहे हैं। इस लिंक एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा फायदा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मिलेगा, जिससे मेरठ से प्रयागराज तक सीधी सड़क कनेक्टिविटी स्थापित होगी और दिल्ली, मुंबई तक का सफर आसान हो जाएगा। यीडा क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण का सर्वे पूरा हो चुका है और जनवरी से जमीन खरीद शुरू हो जाएगी।
परियोजना का रूट और निर्माण
निर्माण एजेंसी: उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) इसका निर्माण करेगा।
शुरुआत बिंदु: यह लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे पर बुलंदशहर के सियाना क्षेत्र में 44.3 किलोमीटर बिंदु से शुरू होगा।
समापन बिंदु: यह यमुना एक्सप्रेसवे के 24.8 किलोमीटर बिंदु पर सेक्टर-21, फिल्म सिटी के पास आकर जुड़ेगा।
लंबाई और स्वरूप: कुल 74.3 किलोमीटर की लंबाई में से लगभग 20 किलोमीटर हिस्सा यीडा क्षेत्र में पड़ेगा, जिसमें करीब 9 किलोमीटर एलिवेटेड एक्सप्रेसवे होगा।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
प्रभावित गांव: यह लिंक एक्सप्रेसवे कुल 56 गांवों की जमीन से होकर गुजरेगा।
गौतमबुद्ध नगर: 8 गांव (जेवर तहसील)
बुलंदशहर: 48 गांव (खुर्जा, बुलंदशहर, सियाना और शिकारपुर तहसील)
यीडा का रोल: यीडा क्षेत्र में 16 गांवों की करीब 740 एकड़ भूमि की खरीद की जाएगी, जिस पर लगभग ₹1200 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। भूमि खरीद के बाद इसे यूपीडा को सौंपा जाएगा।
भूमि खरीद की शुरुआत: यीडा सीईओ आरके सिंह के अनुसार, सर्वे कार्य पूरा हो चुका है और जनवरी से जमीन खरीद शुरू हो जाएगी।
इन गांवों से गुजरेगा लिंक एक्सप्रेसवे
लिंक एक्सप्रेसवे जिन प्रमुख गांवों से होकर गुजरेगा, उनमें शामिल हैं:
गौतमबुद्ध नगर (जेवर तहसील): मेहंदीपुर बांगर, भाईपुर ब्रहमनान, रबुपूरा, भुन्नातगा, म्याना, फाजिलपुर, कल्लूपुरा।
बुलंदशहर (खुर्जा तहसील): अमानुल्लापुर उर्फ मारहरा, इनायतपुर उर्फ मधुपुरा, कपना, भगवानपुर, हसनपुर लडूकी, बीघेपुर, सनैता शफीपुर, भदौरा, वरतौली, खवरा, धरारी, दीनौल, खलसिया चूहरपुर, विचौला, धरांऊ।
बुलंदशहर (अन्य तहसीलें): औरंगाबाद, हिंगथला उर्फ भावसी, चरौरा मुस्तफाबाद, सैदपुरा, इस्माइला, सराय छबीला, अडौली, दोहली, चिरचिटा, मामन खुर्द, मामनकुलां, भाईपुर, ऐमनपुर, कलौली, बंगला पूठरी, पिपाला इखलासपुर, मूडीवकापुर।
कनेक्टिविटी और आर्थिक लाभ
इस Link Expressway के निर्माण से क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी:
नोएडा एयरपोर्ट कनेक्टिविटी: यह लिंक एक्सप्रेसवे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सीधे जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा, जिससे गंगा एक्सप्रेसवे की उपयोगिता बढ़ जाएगी।
सफर में आसानी: दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा। मेरठ से चलकर यात्री गंगा एक्सप्रेसवे के जरिए यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़कर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और आगरा तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
औद्योगिक विकास: यह एक्सप्रेसवे यमुना सिटी के औद्योगिक सेक्टर 28, 29, 32 और 33 से सीधे जुड़ेगा, जिससे औद्योगिक निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
सर्विस रोड: यीडा क्षेत्र में स्थानीय निवासियों के लिए सर्विस रोड का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे बेहतर आवागमन सुविधा मिलेगी।





