मुजफ्फरनगर– योगीराज में गन्ना किसानों के अच्छे दिन आ गए हैं। पिछली सरकारों में जिन गन्ना किसानों को भुगतान के लिए धरने प्रदर्शन करने पड़ते थे, उसके बावजूद भी उनकी खस्ता हालत रहती थी, योगी सरकार में गन्ना किसानों के दिन बदल गए हैं अब उन्हें भुगतान के लिए धरने प्रदर्शन नहीं करने पड़ रहे बल्कि समय से उन्हें भुगतान मिल रहा है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में अब तक गन्ना किसानों को इतना भुगतान मिल चुका है, जितना पूर्व के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती के दोनों के कार्यकाल को मिलाकर भी नहीं मिल पाया हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर को गन्ना बेल्ट कहा जाता है, यहां आठ शुगर मिल हैं। मुजफ्फरनगर की बात करें तो मुजफ्फरनगर की सभी आठ शुगर मिल में भुगतान की बेहतरीन स्थिति है। सभी शुगर मिल एक दूसरे से बेहतरीन प्रदर्शन करने में लगी हुई हैं। जनपद के जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह के निर्देश पर जिला गन्नाअधिकारी डॉ आर डी द्विवेदी के नेतृत्व में खतौली त्रिवेणी शुगर मिल सबसे आगे 24 दिसंबर तक का भुगतान कर चुकी है, डीएसएम मंसूरपुर शुगर मिल का 23 दिसंबर तक का भुगतान हो चुका है, टिकोला रामराज शुगर मिल का 20 दिसंबर तक का भुगतान हो चुका है, तो वही आईपीएल शुगर मिल भी ज्यादा पीछे नहीं है। आईपीएल की तितावी यूनिट 10 दिसंबर तक का भुगतान कर चुकी है, इनके अलावा बाकी चार मिले भी लगातार भुगतान कर रही हैं। गन्ना किसानों को अपना भुगतान इससे पहले कभी समय पर नहीं मिला, दूसरी सरकारी गन्ना किसानों को जल्द भुगतान कराने के सिर्फ दावे करती थी लेकिन योगी सरकार ने इन दावों को साकार कर दिया है। अब यह कहना गलत नहीं होगा कि योगी सरकार में गन्ना किसानों के वाकई अच्छे दिन आ चुके हैं।
(सचिन जौहरी)