नई दिल्लीः यूक्रेनियन राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के एप्लीकेशन फॉर्म पर साइन कर दिया है और यूरोपियन यूनियन के अध्यक्षों से यह गुजारिश की है। उन्होंने गुजारिश करते हुए यूक्रेन को जल्द से जल्द यूरोपियन यूनियन में सदस्य के तौर पर शामिल करने की मांग की है।
यूरोपियन यूनियन में जुड़ने की प्रक्रिया-
यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के लिए देशों को क्राइटेरिया को फॉलो करना पड़ता है। जैसे फ्री मार्केट इकोनॉमी बनाना, ईयू के कानून और यूरो करंसी को अपनाना। ईयू का सबसे नया सदस्य है क्रोएशिआ, उसे जॉइन करने में 10 साल लग गए थे।
यूरोपियन यूनियन में जितने भी देश है उन सबको यूक्रेन के शामिल होने की मंजूरी देनी पड़ेगी। यूनियन के प्रेसिडेंट चार्ल्स माइकल ने यूरोन्यूज से कहा था कि यूक्रेन की सदस्यता को लेकर ईयू के भीतर विभिन्न राय और संवेदनशीलता हैं जिससे यह तो सिद्ध है की यूक्रेन के शामिल होने में काफी लम्बा समय लग सकता है।
कई देश के नेताओं ने अलग-अलग प्रकार के सुझाव दिए और यूरोपियन यूनियन से मांग की है कि यूक्रेन को जल्द से जल्द ईयू में शामिल होने का मौका दिया जाए। यह देश स्लोवाकिया, स्लोवेनिया और चेक रिपब्लिक हैं। यूरोपियन कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, हम यूक्रेन को ईयू में चाहते हैं लेकिन सदस्यता की प्रक्रिया में वक्त लगेगा। जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है की यूरोपियन यूनियन के अंदर ही नेताओ में अलग अलग मत हैं।
ईयू में शामिल होने से यूक्रेन की सेना को काफी मदद मिलेगी क्योंकि ईयू में कुछ नियमों के तहत अगर कोई देश ईयू के किसी देश पर हमला करता है तो ईयू में जुड़े सारे देश उसके खिलाफ हो जाएंगे।
ईयू में आने से यूक्रेन को आर्थिक तौर पर भी फायदा होगा क्योंकि इससे उसे अतिरिक्त फायदे मिलेंगे जैसे यूक्रेन के नागरिक पूरे ईयू में कहीं भी आ जा सकते हैं और उन्हें वह सभी अधिकार मिलेंगे, जो ईयू के सदस्यों को मिलते हैं।
(उज्ज्वल चौधरी)