अब सोशल मीडिया पर किसी भी पोस्ट पर अपने विचार प्रकट करना लोगों के लिए संकट का विषय बनता जा रहा हैं, एक ऐसा संकट जो लोगो की जान लेने पर उतर आया हैं। लोगो के क्मेंटस को ट्रोल करना और फिर उन्हें मारने की धमकी देना और उस धमकी को हकिकत में तब्दिल कर देना, क्या ये देश में उपद्रव मचाने कि साजिश रचि जा रही हैं, या फिर कोई और मंसा? बता दें कि उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल की हत्या को लेकर सोशल मीडिया पोस्ट लिखने पर गुजरात के सूरत में एक व्यक्ति को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी मिली है। बता दें की शख्स ने पुलिस से संपर्क किया है और मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। आरोपी ने सूरत के रहने वाले युवराज पोखराना नामक शख्स को सिर काटने की धमकी दी है।
परिवार के लिए पोखराना ने मांगी सुरक्षा
पोखराना ने कहा कि उनके पूर्वज उदयपुर के रहने वाले हैं और वह दर्जी की हत्या से व्यथित हैं। पोखराना ने कहा कि उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट पर एक कॉमेंट किया था, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। पोखराना ने कहा कि उन्होंने सूरत पुलिस से संपर्क किया है और एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने अपने परिवार के लिए पुलिस सुरक्षा की भी मांग की है।
एक कॉमेंट को लेकर मिल रहीं धमकियां!
पोखराज ने दावा किया, ‘मैंने एक कॉमेंट किया था कि एक समुदाय विशेष के लोगों द्वारा कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इससे उस समुदाय के कुछ लोग नाराज हो गए और उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी देना शुरू कर दिया।’ आपको बता दें कि सोमवार को उदयपुर शहर के धनमंडी क्षेत्र में कन्हैया लाल की दुकान में कस्टमर बनकर दो लोगों ने चाकू से गला काटकर उसकी हत्या कर दी। हत्यारों ने इस हत्या का वीडियो भी पोस्ट किया था और कहा था कि वह इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं। बाद में दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया गया था।
उदयपुर में हुई थी दर्जी की हत्या
दरअसल कन्हैया को कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में कथित पोस्ट के बाद से धमकियां मिल रही थीं। जान से मारने की धमकी मिलने के बाद कन्हैया ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। पीड़ित कन्हैया के परिवार का आरोप है कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो उन्हें बचाया जा सकता था।