Delhi Excise Policy Scam: लोकसभा चुनाव 2024 के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। केजरीवाल की जमानत के बाद शराब नीति घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी (AAP) को भी आरोपी बनाया है। बता दें कि इस चार्जशीट में सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम भी आरोपी के तौर पर दर्ज है। दरअसल, अगस्त 2022 में ED ने गृह मंत्रालय को बताया था कि आम आदमी पार्टी को साल 2014 से 2022 के दौरान FCRA और RPA का उल्लंघन करते हुए विदेशों से फंडिंग (Foreign Funding) मिली है। गौरतलब है कि राजनीतिक दल विदेशी चंदा नहीं ले सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी को कनाडा, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, सऊदी अरब, UAE, कुवैत, ओमान समेत कई दूसरे देशों से फंडिंग (AAP Funding) मिली है। ईडी ने गृह मंत्रालय को बताया कि सियासी दलों पर विदेशी चंदे पर लगे प्रतिबंधों से बचने के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने वालों की पहचान को छुपाया है। ये विदेशी फंडिंग सीधा आम आदमी पार्टी के IDBI बैंक के अकाउंट में आई थी। ईडी की जांच में पता चला कि साल 2016 में आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने कनाडा में हुए एक इवेंट के जरिए फंडिंग इकठ्ठा की और निजी तौर पर इन पैसों का इस्तेमाल किया।
ऐसे हुआ घटना का खुलासा
दरअसल ये सभी खुलासे पंजाब के फाजिल्का में दर्ज स्मगलिंग के एक मामले के दौरान हुए थे। इस मामले में फाजिल्का की स्पेशल कोर्ट ने पंजाब के भोलानाथ से AAP एमएलए सुखपाल सिंह खैरा को आरोपी बनाते हुए समन किया था।
जांच के दौरान ईडी ने जब खैरा और उसके एसोसिएट्स के यहां सर्च ऑपरेशन चलाया था तो उन्हें कई संदिग्ध पेपर्स मिले थे, जिनमें आम आदमी पार्टी की विदेशी फंडिंग की पूरी जानकारी थी। बरामद कागज़ातों में 4 टाइप रिटेन पेपर और 8 हाथ से लिखे डायरी के पेज थे। खैरा ने भी अपने बयान में बताया था कि 2017 में पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने यूएसए में फंड रेजिंग कैंपेन चलाकर 1 लाख 19 हजार डॉलर का चंदा इकट्ठा किया था।
पासपोर्ट नंबर से 404 बार पैसा ट्रांसफर
इसके बाद मामले में ED ने AAP के नेशनल सेक्रेटरी पंकज गुप्ता को समन किया था, जिन्होंने कबूला था कि आम आदमी पार्टी चेक और ऑनलाइन पोर्टल के जरिए विदेशी फंडिंग ले रही है। पंकज गुप्ता द्वारा ED को दिए गए डेटा से पता चला कि विदेशी फंडिंग (AAP Foreign Funding) लेने में FCRA का उल्लंघन किया गया था।
उस दौरान खुलासा हुआ था कि विदेश में बैठे 155 लोगों ने 55 पासपोर्ट नंबर इस्तेमाल कर 404 बार में 1.02 करोड़ रुपए डोनेट किए थे। 71 डोनर ने 21 मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर 256 बार में कुल 99,90,870 रुपए डोनेट किए, जबकि 75 डोनर ने 15 क्रेडिट कार्ड के जरिए 148 बार में 19,92,123 रुपए डोनेट किए। इससे साफ है कि डोनर की आइडेंटिटी और नेशनलिटी को छुपाया गया, जो सीधे तौर पर FCRA का उल्लंघन है।
AAP ले किया था ओवरसीज इंडिया का गठन
जांच के दौरान यह भी पता चला कि आम आदमी पार्टी ने AAP ओवरसीज इंडिया का गठन किया था। यूएसए, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे अलग-अलग देश में इसके वालंटियर्स आम आदमी पार्टी के लिए फंड इकट्ठा करते थे। इसके साथ ही इस बात का भी खुलासा हुआ कि साल 2016 में पार्टी ने इन वालंटियर्स को 50 करोड़ रुपए की डोनेशन इकट्ठी करने का टारगेट दिया गया था।