Agra Breaking : आगरा में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर साढ़े 42 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में एसीपी हरिपर्वत के नेतृत्व में साइबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने कई लोगों से ठगी की है और पुलिस ने उनके एकाउंट में ट्रांसफर हुए 42 लाख रुपये में से 10 लाख रुपये को फ्रिज कर दिया है।
क्या है शातिरों की ठगी
आरोपी महिला ने व्यापारी को क्रिप्टो करेंसी में मुनाफा का लालच देकर फंसाया था। पहले उसने व्यापारी से 25 हजार रुपये लेकर विश्वास जीतने की कोशिश की, फिर उसे अधिक पैसे का निवेश करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद महिला ने व्यापारी से लाखों रुपये ठग लिए। व्यापारी जब अपने मुनाफे की रकम निकालने के लिए अपने एकाउंट में गया, तो उसे ठगी का पता चला। पीड़ित व्यापारी धर्मेंद्र गुप्ता ने कमला नगर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद साइबर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों ने अब तक साढ़े चार करोड़ रुपये की ठगी की है।
क्रिप्टो करेंसी का लालच देकर हुई धोखाधड़ी
महिला आरोपी खुद को फैशन डिजाइनर बताती थी और उसने व्यापारी को यूएसडीटी (Tether) क्रिप्टो करेंसी खरीदने का लालच दिया। आरोपी ने व्यापारी से मुनाफे का दावा किया था, जिसके बाद उसने व्यापारी के एकाउंट में मुनाफे की रकम भी दिखाई, लेकिन जब व्यापारी ने उस रकम को निकालने की कोशिश की, तो उसे ठगी का शिकार होना पड़ा।
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पुलिस ने बयान में क्या कहा ?
एसीपी हरिपर्वत ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि साइबर ठगी के इस प्रकार के मामलों में कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। साइबर थाना पुलिस ने ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और यह संदेश दिया है कि इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और यह भी जांच की जा रही है कि उन्होंने कितने अन्य लोगों से ठगी की है।