Agra Congress Office leader rape: आगरा कांग्रेस में बड़ा विवाद सामने आया है। महानगर उपाध्यक्ष जलालउद्दीन पर रेप, जबरिया धर्मांतरण और जानलेवा हमले जैसे संगीन आरोप लगे हैं। एक महिला ने आरोप लगाया कि 2019 में उसे पुराने कांग्रेस कार्यालय में बहला-फुसलाकर रेप किया गया, धर्म बदलने और निकाह का दबाव भी डाला गया। आरोप है कि जलालउद्दीन ने महिला पर झूठा चोरी का केस भी दर्ज कराया। पीड़िता ने चाकू से हमले का वीडियो वायरल किया और पुलिस आयुक्त से न्याय की गुहार लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जलालउद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उसके खिलाफ पहले भी बलात्कार, चोरी और हमले के कई मुकदमे दर्ज हैं।
पुराने कांग्रेस कार्यालय में दिया वारदात को अंजाम
पीड़िता के अनुसार उसकी मुलाकात 2019 में दीवानी कोर्ट में पेशे से वकील जलालउद्दीन से हुई थी। मदद के बहाने आरोपी ने उससे संपर्क बढ़ाया और घर तक आने-जाने लगा। सितंबर 2019 में वह महिला को दवा दिलाने के बहाने पुराने कांग्रेस कार्यालय ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि जलालउद्दीन ने उस पर धर्म बदलने और निकाह करने का दबाव बनाया, जबकि वह पहले से शादीशुदा है और उसके पति विकलांग हैं।
भय से गुजरात भागी, कोर्ट से हुआ पलटवार
पीड़िता कांग्रेस नेता के डर से मार्च में अपने पति के साथ राजकोट (गुजरात) चली गई थी। वहीं, आरोपी ने कोर्ट के जरिए ताजगंज थाने में महिला के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया। जब महिला को इस मुकदमे की जानकारी हुई, तो वह वापस Agra आई और पुलिस आयुक्त दीपक कुमार से मिलकर शिकायत दर्ज करवाई। Agra पुलिस ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी जलालउद्दीन को जीआईसी ग्राउंड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी का आपराधिक इतिहास उजागर
Agra डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि जलालउद्दीन के खिलाफ पहले से एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2016 में नाई की मंडी थाने में उसके खिलाफ एक महिला को बंधक बनाकर रेप करने का मुकदमा भी दर्ज है। आरोपी पर छेड़छाड़, चोरी, डकैती, बलवा और जानलेवा हमले के मामले भी दर्ज हैं। वह मूल रूप से सगीर फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज परिसर का निवासी है और फिलहाल ताजगंज के बगीची बिंदा भगत इलाके में रहता है।
पति और वीडियो ने खोली सच्चाई
Agra पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने जो आरोप लगाए हैं, उनकी पुष्टि उसके पति ने भी की है। इसके अलावा आरोपी द्वारा वायरल किया गया एक निकाहनामा पीड़िता ने फर्जी बताया है। यदि जांच में यह फर्जी साबित होता है, तो जलालउद्दीन पर धोखाधड़ी की धाराएं भी जोड़ी जाएंगी। पुलिस के पास हमले से जुड़ा वीडियो भी है, जिसमें जलालउद्दीन द्वारा किए गए हमले के प्रमाण मौजूद हैं। जल्द ही पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराए जाएंगे।