Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक विवादित बयान का मामला सामने आया है, जिसने सूबे की राजनीति में उबाल ला दिया है। राष्ट्रीय सवर्ण परिषद (युवा) के प्रदेश अध्यक्ष और खुद को हिंदूवादी नेता बताने वाले मोहन चौहान ने समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की है। अलीगढ़ के जवां क्षेत्र के गांव कोटा बहादुरपुर के निवासी मोहन चौहान ने एक वायरल बयान में अखिलेश यादव की जीभ काटने और अलीगढ़ आने पर उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटने की बात कही है। यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे राजनीतिक गलियारों में तनाव बढ़ गया है। (117 शब्द)
क्या है विवादित बयान का कारण?
मोहन चौहान का आरोप है कि अखिलेश यादव ने कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर ‘बंदर जैसे लगने वाला’ बयान दिया था, जिससे वह गहरा आहत हुए हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री ने साधु संतों और सनातन धर्म के खिलाफ कुछ भी बोला तो देश में “महासंग्राम” छिड़ जाएगा। चौहान ने सपा को ‘आतंकवादी सोच की पार्टी’ करार दिया है।
पहले भी दे चुके हैं ऐसे बयान
यह पहली बार नहीं है जब मोहन चौहान ने इस तरह की विवादित टिप्पणी की है। पूर्व में भी उन्होंने अखिलेश यादव की जीभ काट कर लाने वाले को 5 करोड़ रुपये का इनाम देने की बात कहकर सुर्खियां बटोरी थीं। इसके अलावा, उन्होंने राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन को गोली मारने वाले को 25 लाख रुपये का इनाम देने की अमर्यादित टिप्पणी भी की थी।
मोहन चौहान पर पुलिस कार्रवाई और दर्ज मुकदमे
मोहन चौहान के इन भड़काऊ बयानों को लेकर Aligarh पुलिस ने पहले भी कार्रवाई की है। पुलिस ने उनके खिलाफ शांति भंग की धाराओं में कार्रवाई की है। रिकॉर्ड के अनुसार, हिंदूवादी नेता मोहन चौहान पर Aligarh के क्वार्सी और जवां थानों में मारपीट, धोखाधड़ी और जानलेवा हमला जैसे करीब आठ मुकदमे दर्ज हैं। मोहन चौहान के लगातार भड़काऊ बयानों और आपराधिक पृष्ठभूमि के चलते, उनके वायरल बयान ने जिले की कानून व्यवस्था और राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। Aligarh सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की ओर से इस बयान की कड़ी निंदा की जा रही है।










