तेलंगाना के राज्य गीत ‘जय जय हे तेलंगाना’ के रचयिता आंधे श्री का निधन,प्रदेश में शोक की लहर

तेलंगाना के राज्य गीत ‘जय जय हे तेलंगाना’ के कवि आंधे श्री का सोमवार को 64 वर्ष की आयु में निधन हो गया। गरीब पृष्ठभूमि से निकलकर उन्होंने तेलंगाना आंदोलन की आवाज बनकर पहचान बनाई।

Ande Sri

Ande Sri Telangana State Song writer passes away:तेलंगाना के प्रसिद्ध कवि और राज्य गीत ‘जय जय हे तेलंगाना’ के रचयिता आंधे श्री का सोमवार सुबह निधन हो गया। उनकी उम्र 64 वर्ष थी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि उन्हें सुबह अपने हैदराबाद स्थित आवास में बेहोश पाया गया और तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले कुछ समय से आंधे श्री अस्वस्थ चल रहे थे और इलाज जारी था। उनके निधन की खबर से तेलंगाना में शोक की लहर दौड़ गई। साहित्यकारों, राजनीतिक नेताओं और आम जनता ने इस महान कवि को श्रद्धांजलि दी।

गरीबी से उठकर साहित्य की ऊंचाइयों तक पहुंचने वाले कवि

आंधे श्री का जीवन संघर्षों से भरा रहा। वे बचपन में अनाथ हो गए थे और गरीबी में बड़े हुए। औपचारिक शिक्षा न होने के बावजूद उन्होंने स्वअध्ययन के माध्यम से तेलुगु साहित्य में अपनी मजबूत पहचान बनाई। वे अपनी गहरी सामाजिक चेतना, जनभावनाओं से जुड़े गीतों और कविताओं के लिए प्रसिद्ध हुए।

तेलंगाना राज्य के गठन से पहले हुए आंदोलन में आंधे श्री की रचनाओं ने जनता के बीच उत्साह और एकजुटता का संचार किया। उन्होंने किसानों, मजदूरों और वंचित तबकों की आवाज को अपनी कविताओं के माध्यम से बुलंद किया।

‘जय जय हे तेलंगाना’ बना राज्य की पहचान

राज्य के गठन के बाद 2014 में तेलंगाना सरकार ने आंधे श्री की रचना ‘जय जय हे तेलंगाना’ को आधिकारिक राज्य गीत का दर्जा दिया। यह गीत अब राज्य की अस्मिता और गौरव का प्रतीक बन चुका है। उनकी लेखनी में हमेशा तेलंगाना की संस्कृति, संघर्ष और लोकभावना की झलक मिलती है।

मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने आंधे श्री के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने याद किया कि दिसंबर 2023 में फॉर्मेशन डे समारोह के दौरान आंधे श्री को एक करोड़ रुपये का सम्मानित पुरस्कार प्रदान किया गया था। इस अवसर पर विधायक दानासरी सीथक्का ने कहा कि ‘जय जय हे तेलंगाना’ गीत हमेशा गाया जाएगा और यह कवि की अमर प्रेरणा का प्रतीक रहेगा।

Exit mobile version