Ankit Chauhan Murder Case : नोएडा के बहुचर्चित सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड में करीब 10 साल बाद अदालत ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। नई दिल्ली स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने सोमवार को शशांक जादौन और मनोज कुमार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने शशांक पर 70 हजार और मनोज पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया।
क्या था मामला ?
13 अप्रैल 2015 को नोएडा सेक्टर-76 के पास 27 वर्षीय अंकित चौहान, जो टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में इंजीनियर थे, की कार में घात लगाकर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उनकी फॉर्च्यूनर गाड़ी को ओवरटेक कर गोलियां चलाईं। गंभीर रूप से घायल अंकित को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
वारदात के बाद एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और थाना पुलिस की कई टीमें बनीं, लेकिन एक साल तक कोई सुराग नहीं मिला। जांच में लापरवाही से नाराज अंकित की मां पुष्पा चौहान ने 2016 में आत्मदाह की चेतावनी दी थी।
CBI को सौंपी गई जांच
इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर 14 जून 2016 को मामला सीबीआई को सौंपा गया। जांच में पता चला कि शशांक जादौन और मनोज कुमार ने मिलकर हत्या की साजिश रची थी। सीबीआई ने 2017 में दोनों को गिरफ्तार कर अदालत में चार्जशीट दाखिल की।
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2 अगस्त 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने केस की सुनवाई गाजियाबाद से नई दिल्ली की सीबीआई अदालत में स्थानांतरित कर दी। 20 सितंबर 2025 को अदालत ने दोनों को दोषी ठहराया और 13 अक्टूबर 2025 को सजा सुनाई।