Auto news:आजकल कार खरीदते वक्त कंपनियां कई फीचर्स का खूब प्रचार करती हैं। कुछ फीचर्स वाकई जरूरी हैं, जैसे एयरबैग, ABS, और ट्रैक्शन कंट्रोल। लेकिन कुछ फीचर्स ऐसे भी हैं जो दिखने में तो प्रीमियम लगते हैं, पर इनकी असल में कोई खास जरूरत नहीं होती। आइए, जानते हैं पांच ऐसे फीचर्स के बारे में जो आपके बजट को बढ़ाते हैं लेकिन ज्यादा काम नहीं आते।
सनरूफ, ज्यादा धूल, कम उपयोग
पहले सिर्फ लग्जरी कारों में मिलने वाला सनरूफ अब 8-10 लाख की कारों में भी आने लगा है। लेकिन भारत जैसे गर्म और धूलभरे देश में इसका इस्तेमाल बहुत कम होता है। तेज धूप और धूल-मिट्टी के कारण इसे खोलना मुश्किल हो जाता है। साथ ही, यह फीचर सेफ्टी के लिहाज से भी चिंताजनक हो सकता है। इसलिए, सिर्फ स्टाइलिश दिखने के लिए सनरूफ वाली कार खरीदना समझदारी नहीं।
एम्बिएंट लाइटिंग, दिखावा ज्यादा, जरूरत कम
आजकल गाड़ियों में चारों तरफ रंग-बिरंगी एम्बिएंट लाइट दी जाती है। इसे प्रीमियम बताकर ऊंचे वेरिएंट्स में शामिल किया जाता है। लेकिन सच्चाई यह है कि कार के अंदर ऐसी रोशनी की ज्यादा जरूरत नहीं। साधारण लाइट या सिर्फ पैरों की ओर लाइट ज्यादा काम की होती है। एम्बिएंट लाइटिंग कई बार ड्राइवर का ध्यान भटका सकती है, जिससे दुर्घटना का खतरा रहता है।
कीलेस पुश बटन स्टार्ट, फालतू का खर्चा
कीलेस पुश बटन स्टार्ट फीचर अब बी-सेगमेंट कारों में भी कॉमन हो गया है। कंपनियां इसे प्रीमियम बताकर महंगे वेरिएंट में जोड़ती हैं। यह फीचर कार को बिना चाबी के स्टार्ट करने की सुविधा देता है, लेकिन इसका आपकी ड्राइविंग पर कोई असर नहीं पड़ता। रिमोट लॉकिंग और चाबी से स्टार्ट करना वैसे भी काफी सुविधाजनक है।
एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइट्स (DRL),दिखावा या सुरक्षा?
LED DRL का असली मकसद दिन के समय गाड़ी को ज्यादा विजिबल बनाना है, लेकिन इसे अब स्टाइल स्टेटमेंट बना दिया गया है। ज्यादातर लोग इसे कार के लुक्स की वजह से चुनते हैं, न कि इसकी उपयोगिता के लिए। बेस वेरिएंट के मुकाबले DRL वाले वेरिएंट महंगे होते हैं, जबकि यह फीचर जरूरी नहीं है।
समझदारी से चुनें फीचर्स
कार खरीदते समय ध्यान रखें
आपको केवल जरूरी फीचर्स के लिए पैसे खर्च करने चाहिए। सनरूफ, एम्बिएंट लाइटिंग, पैडल शिफ्टर, कीलेस स्टार्ट, और DRL जैसे फीचर्स भले ही दिखने में प्रीमियम लगें, लेकिन इनमें से कई आपके लिए बेकार ही साबित होते हैं।
कंपनियां इन्हें बढ़ा चढ़ाकर बेचती हैं, जिससे ग्राहकों का बजट बढ़ जाता है। खरीदारी करते वक्त समझदारी से फैसले लें और गैरजरूरी फीचर्स से बचें।