Bareilly Violence : ‘आई लव मोहम्मद’ को लेकर सपाईयों का हल्लाबोल, इकरा हसन समेत इन सांसदों ने बरेली के लिए किया कूच

बरेली शहर में पिछले शुक्रवार यानी कि 26 सितंबर को हुई हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी ने अपना प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया था। सपा के इस डेलिगेशन में कुल 14 नेता थे, जिन्हें शनिवार को बरेली जाने से रोक दिया गया।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। आई लव मोहम्मद को लेकर छिड़े घमासान के बीच समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने हल्लाबोल दिया है। वह पार्टी के अन्य सांसदों के साथ बरेली के लिए रवाना हुई। पुलिस ने सपा नेताओं को गाजियाबाद बार्डर पर रोक दिया। इस दौरान सपा सांसदों और पुलिस के बीच जमकर टकरार हुई। सपा नेता हरहाल में बरेली जानें पर अड़े हैं। इस मौके पर इकरा हसन ने योगी सरकार पर जुबानी हमला बोला। इकरा ने कहा कि ये सरकार गरीबों के घरों पर बुलडोजर चला रही है। निर्दोषों को सलाखों के पीछे भेज रही है। ऐसे में हम वहां जाकर लोगों से मिलना चाहते हैं, लेकिन सरकार के इशारे पर अफसर हमें बरेली जानें से रोक रहे हैं।

इकरा हसन ने आगे कहा कि आई लव मोहम्मद का विवाद बीजेपी ने करवाया। मोहम्मद साहब को पूरी दुनिया मानती हैं। मोहम्मद साहब के अनुयायी पूरे वर्ल्ड में हैं। मोहम्मद साहब को हमारे हिन्दू भाई भी प्यार करते हैं। ऐसे में बीजेपी इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रही है। वह निर्दोषों के घरों पर बुलडोजर चलवा रही है। इकरा ने कहा कि सीएम योगी की ये बुलडोजर नीति ही उनकी सरकार की कब्रगाह बनेगी। जनता बेसब्री से चुनाव का इंतजार कर रही है। जनता एक-एक वार का बदला वोट के जरिए सीएम योगी से लेगी। जनता 2027 में अखिलेश यादव को सीएम बनाने जा रही है।

इकरा हसन ने कहा कि हम सभी धर्म के लोगों से प्यार करते हैं। सभी धर्म के देवताओं को पूजते हैं। इकरा ने डंके की चोट पर कहा कि आई लव श्रीराम, आई लव श्रीकृष्ण, आई लव महादेव। इकरा ने कहा कि अब बीजेपी मुझ पर भी केस दर्ज करवाए। अब बीजेपी मेरे घर पर भी बुलडोजर चलवाए। इकरा ने कहा कि ये देश बापू का है। बापू ने कहा था कि ईश्वर-अल्लाह एक ही नाम। लेकिन बीजेपी वालों को बापू के बजाए नाथूराम गोडसे ज्यादा पसंद आता है। इकरा ने कहा कि हम कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों पर हर बरस पुष्प वर्षा करते हैं। नवरात्रि पर कन्याओं को भोज कराते हैं। ये देश सभी का है। सभी लोग एक-दूसरे से प्यार करते हैं।

बरेली दौरे पर जा रहे सपा नेता माता प्रसाद पांडे को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। इसके बाद भी माता प्रसाद ने बाहर निकलने की कोशिश की तो पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए रोक लिया। इसके बाद माता प्रसाद पांडे ने कहा कि बरेली आज नहीं जा पाए ,तो कल जाएंगे, लेकिन जाएंगे। माता प्रसाद पांडे ने कहा कि सांप्रदायिक मामला नहीं है, हिंदू-मुस्लिम का, जो हमें जाने नहीं दिया जा रहा है। केवल ज्ञापन देने एक समुदाय जा रहा था। उसके साथ मारपीट हो गई। वहां एक समुदाय पुलिस प्रशासन से डरा हुआ है।

नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘सपा डेलिगेशन बरेली के पीड़ितों से मिलने जा रहा था। बरेली पुलिस ने बड़े स्तर पर की है ज्यादती। पुलिस ने ज्यादती छिपाने के लिए सपा डेलिगेशन पर लगाई रोक। मुझे बताया गया कि मेरे जाने से अशांति फैल सकती हैं। मेरे जाने से और बेहतर होता बरेली का माहौल। बीती रात इंस्पेक्टर ने हाउस अरेस्ट करने की दी जानकारी। इंस्पेक्टर को नोटिस देने का कोई अधिकार नहीं है। फिर बरेली डीएम ने नोटिस भेज सपा डेलिगेशन के प्रवेश पर लगाई रोक। बरेली में बड़े स्तर पर निर्दोषों को भेजा गया जेल।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष यामलाल पाल द्वारा जारी लेटर में आरोप लगाया गया है। कि 26 सितंबर को शांतिपूर्ण ज्ञापन देने जा रहे मुस्लिम समाज के लोगों पर बिना उकसावे के लाठीचार्ज किया गया। सपा ने आरोप लगाया है कि 81 लोग जेल भेजे गए हैं, चार बारात घर सीज किए गए हैं। कई मकान तोड़े गए हैं। दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया है। तीन युवकों का हाफ एनकाउंटर किए जाने का भी आरोप लगाया गया है।

बरेली शहर में पिछले शुक्रवार यानी कि 26 सितंबर को हुई हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी ने अपना प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया था। सपा के इस डेलिगेशन में कुल 14 नेता थे, जिन्हें शनिवार को बरेली जाने से रोक दिया गया। पुलिस प्रशासन ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान मौके पर सपा नेता माता प्रसाद पांडेय, इकरा हसन सहित कई बड़े नेता शामिल थे। बरेली जा रहे सांसद जियाउर्रहमान बर्क को पुलिस ने रोका। बरेली जाने की जिद पर अड़े सांसद.। मौके पर हुई जमकर धक्कामुक्की। सांसद के दीपा सराय स्थित आवास का मामला। भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं।

वहीं सात सांसदों को एस्कॉर्ट करके पुलिस दिल्ली वापस ले गई है। जबकि इकरा हसन को गाजियाबाद पुलिस ने दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर से वापस दिल्ली भेज दिया है। वहीं सपा के डेलिगेशन भेजे जाने पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव का बरेली में प्रतिनिधिमंडल भेजना नौटंकी और बचकाना कदम है। सपा की पहचान मुस्लिम तुष्टिकरण की गंदी राजनीति से है। विधानसभा चुनाव 2027 में सपा की दुर्दशा और सफाया होना तय है। यूपी दंगा मुक्त, सुशासन व क़ानून व्यवस्था हमारी पहचान और उपलब्धि है। सपाइयों को यही रास नहीं आ रहा।

 

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