UP Coaching Centre Blast: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में शनिवार दोपहर एक कोचिंग सेंटर में हुए जोरदार धमाके से अफरा-तफरी मच गई। यह हादसा थाना कादरी गेट क्षेत्र के सातनपुर मंडी रोड पर स्थित एक कोचिंग सेंटर में हुआ। धमाके में दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को पास के डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
धमाका इतना तेज कि इमारत का हिस्सा ध्वस्त
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका दोपहर करीब 3:30 बजे हुआ। इसकी आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के मकान भी हिल गए। कोचिंग सेंटर की इमारत का बड़ा हिस्सा गिर गया और मलबा 20 से 30 मीटर दूर तक जा पहुंचा। आसपास खड़ी कई बाइकें और वाहनों को नुकसान हुआ। कोचिंग सेंटर के अंदर रखी कुर्सियाँ और फर्नीचर तक टूटकर बिखर गए।
मौके पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम
धमाके की सूचना मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट संजय बंसल और सीओ सिटी ऐश्वर्या उपाध्याय अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पूरे इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है ताकि धमाके की असली वजह का पता लगाया जा सके। लोगों ने बताया कि धमाके के बाद बारूद जैसी गंध महसूस हुई, जिससे शक है कि अंदर किसी ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल हुआ हो।
सीएम योगी ने लिया संज्ञान, दिए राहत कार्य के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को बेहद दुखद बताया है। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों को हरसंभव इलाज और सहायता देने की बात कही है। प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है।
लोगों में दहशत,आसपास के इलाकों में सन्नाटा
धमाके के बाद इलाके में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। कई लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी इतना बड़ा धमाका नहीं सुना। फिलहाल पुलिस ने क्षेत्र को खाली करा दिया है और आसपास के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
फर्रुखाबाद में हुआ यह हादसा पूरे इलाके के लिए एक बड़ा सबक बन गया है। शुरुआती जांच में यह साफ नहीं हुआ है कि धमाका सिलेंडर ब्लास्ट था या किसी और वजह से हुआ। पुलिस और फोरेंसिक टीम मिलकर इसकी असली जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। जनता से अपील की गई है कि अफवाहों से बचें और प्रशासन की जांच में सहयोग करें।