गुजरात और सौराष्ट्र में 2-3 दिनों से लगातार तेज बारिश ने 4 घंटे में ही बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न कर दिए है। इतना ही नहीं तेज बारिश ने अपना कहर कुछ इस तरह मचाया कि अब तक 102 लोगो की मौत का कारण बन गया है। वहीं जानकारी के अनुसार 4119 जानवरो की भी जान चली गई है। जूनागढ़ के नीचले इलाको में 5 से 6 फीट तक पानी भरा हुआ नजर आया । आपको बता दे कि इस तेज भारी बारिश का सबसे गहरा प्रभाव भवनाथ क्षेत्र में हुआ। साथ ही साथ कई इलाको के मकानों की पूरी तरह डूबने की खबर सामने आई.
बारिश के कहर ने बंद कराई सड़कें
बारिश से सावधानी बरतने के कारण 271 पंचायत स्वामित्व वाली सड़कों समेत कुल 302 सड़को को भी बंद कर दिया गया है। जिसके चलते 10 स्टेट हाईवे भी बंद किए गए. वहीं सबसे ज्यादा वलसाड जिले के 66 सड़के, भावनगर जिले की 57 और पोरबंदर में 47 सड़को को बंद किया गया .
जूनागढ़ में संकट से बचने के लिए अभियान हुआ जारी
मिली जानकारी से आपको बता दे कि जूनागढ़ संयुकत कई इलाकों में नवसारी, देवभूमि द्वारका और वलसाड में बारिश का गजब तहलका मचाया. जिसमें NRDF की टीमों ने 736 फसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला साथ ही 358 लोगों की भी बचाया और सुरक्षित स्थानो पर पहुंचाया.
बारिश ने तोड़ा सीजन का रिकॉर्ड
गुजरात में इस बार सीजन की 68 फीसदी से ज्यादा होने वाली बारिश ने तोडा रिकॉर्ड. जिसमे नदियों और नहरों में जलभराव के कारण बाढ़ जैसे हालत बन गए .साथ ही ये भी खबर मिली है कि 49 बांध ओवफलो हो गए और 77 बांधो को हाई अलर्ट मिला .सौराष्ट्र के 37 बांध सबसे ज्यादा लबालब हैं। यहां के 141 बांधों में 76.6 फीसदी जल भराव हो चुका है। उत्तर गुजरात के 15 बांधों में 1238.26 एमसीएम पानी जमा हो चुका है।