आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से बाराबंकी रेलवे स्टेशन का शिलान्यास करेंगे। बाराबंकी रेलवे स्टेशन को भारत सरकार के अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत निखारा जाएगा। बाराबंकी रेलवे स्टेशन करीब 151 साल पहले ब्रिटिश शासनकाल में शुरू किया गया था, जो अब बाराबंकी से भाजपा सांसद उपेंद्र सिंह रावत के प्रयासों हाईटेक होगा। स्टेशन के सौंदर्यीकरण और निर्माण पर पहले चरण में करीब 33 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें मुख्य भवन तो नया बनेगा ही, साथ ही दो पुलों का निर्माण भी प्रस्तावित है। अमृत योजना के तहत इस स्टेशन पर वह सब सुविधाएं होंगी, जो किसी आधुनिक रेलवे स्टेशन में होनी चाहिए।
पुर्ननिर्माण 83 साल पहले 1940 में हुआ था
बता दें कि बाराबंकी रेलवे स्टेशन का शुभारंभ एक अप्रैल 1872 को हुआ था। यहां से सबसे पहले बुढ़वल तक 17 मील रेलवे लाइन खोली गई थी। इस रेलवे स्टेशन का पुर्ननिर्माण 83 साल पहले 1940 के हुआ था। वित्तीय वर्ष 2002-03 में इसका विद्युतीकरण हुआ था। भारत सरकार रेलवे स्टेशनों को निखारने के लिए अमृत भारत स्टेशन स्कीम शुरू की है। इस स्कीम के तहत देश में 508 रेलवे स्टेशन का चयन किया गया है। इसें बाराबंकी रेलवे स्टेशन भी शामिल है। इस स्कीम के तहत बाराबंकी रेलवे स्टेशन का पुर्न विकास और पुर्न निर्माण किया जाएगा। रेलवे स्टेशन का पूरी तरह से कायाकल्प किया जाएगा। यह संभव हुआ है सांसद उपेंद्र रावत के प्रयासों से है।
प्लेटफाॅर्म पर जाने के लिए बनेंगे दो पुल
स्टेशन के सौंदर्यीकरण व निर्माण पर पहले चरण में करीब 33 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से सुबह 9:30 बजे बाराबंकी रेलवे स्टेशन का शिलान्यास करेंगे। 10 साल पहले ही इसे मॉडल स्टेशन घोषित कर दिया गया था। इस साल के आम बजट में इसे केंद्र सरकार की अमृत योजना में चयनित कर लिया गया था। मौजूदा भवन को ध्वस्त कर अगले कई दशकों को ध्यान में रखते हुए नए भवन का निर्माण होगा। स्टेशन के दोनों ओर यात्रियों को एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाने के लिए दो पुल बनेंगे। लिफ्ट व स्वचालित सीढि़यों के साथ चारों प्लेटफाॅर्म नए होंगे।