लखनऊ, RBI ने एक बार फिर से नोटबंदी का ऐलान कर दिया है। इस बार बैंक ने 2000 रुपये के चलन को तत्काल वापस लेने की घोषणा की है। वही 2016 मे नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन मे लगे पैदा हुए खजांची की मां ने भी अपना सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह मैंने बीते नोटबंदी में लंबी लाइन लगने के दौरान अपने बच्चे को जन्म दिया था, जिसमें मुझे बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ा था। सरकार इसका ध्यान दें कि ऐसा फिर से किसी महिला के साथ न हो।
क्या है पूरा मामला ?
8 नवंबर, 2016 की रात तो सबको याद होगा। जब पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में रातों-रात 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा की थी। पूरे देश के लिए लिये गए इस एक फैसले ने बहुत से लोगों की रातों की नींद उड़ा दी थी। दूसरे दिन ही बैंकों और ATM के सामने जनता कि लंबी लाइन लगी हुई थीं। वहीं 19 मई, 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2,000 रुपये के नोटों को चलन से तत्काल प्रभाव से वापस लेने की घोषणा कर दी। इसी दौरान उत्तरप्रदेश में बडी घटना हो गई थी। आपको बता दें कि कानपुर देहात के झिंझक कस्बे में 2 दिसंबर, 2016 को खजांची के जन्म से पहले उसकी मां बैंक की लाइन में पैसे लेने के लिए घंटों तक खड़ी रही थी।
जहां अचानक उसके पेट में दर्द हुआ और उसने यही बच्चे को जन्म दे दिया। जिसके बाद विपक्षी पार्टियों ने जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। सबसे ज्यादा दिलचस्पी उस वक्त के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिखाई। उन्होंने पीड़ित परिवार से संपर्क किया और उसे आर्थिक सहायता दी। साथ ही बच्चे का नाम खजांची रख दिया। वही अब दोबारा से 2000 के नोट चलन से बाहर होने की बात पर खजांची की मां ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है सरकार इसका ध्यान रखेगी लाइन में लगी सभी गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा दी जाए। जिससे उन्हें मेरी जैसी परेशानी ना मिल सके।