सुल्तानपुर के इसौली क्षेत्र की जनता को जल्द ही छुट्टा जानवरों की समस्या से निजात मिल जाएगी। DM रवीश गुप्ता ने इस संबंध में बताया, “जिले में सबसे बड़ी गौशाला के लिए लंभुआ में जमीन चिह्नित की गई है। जिसमें एक साथ 20 से 25 हजार गौवंश रखने का प्रबंध होगा। गौवंश को पकड़ने के लिए ब्लॉक पंचायतों पर कैचर मशीन और डीसीएम लाने के निर्देश दिए गए हैं।
मंगाई गई कैचर मशीन
DM रवीश गुप्ता ने बताया, “गोवंशों को पकड़ने के लिए अभी वाहन की कमी है। पकड़ने की गति तेज नहीं हो पा रही है। 5 तहसील पर जो ब्लॉक पंचायतें हैं, उनको निर्देश दिया गया है। एक-एक बड़ी काऊ कैचर मशीन DCM के साथ ले। इसके बाद ये गति पकड़ेगा। गौशालाएं तो हमारी बन रही हैं, लेकिन पकड़ने की गति उस तरह से नहीं आ पा रही है।
“पंचायती राज व मनरेगा से बनवाई जा रही गौशालाएं”
DM ने बताया, “जिले में वृहद गौशालाएं बनाने के लिए शासन से बजट आएगा, लेकिन हम लोग पंचायती राज से, मनरेगा से निरंतर गौशालाएं बनवा रहे हैं। जिले की सबसे बड़ी गौशाला के लिए लंभुआ में जमीन ढूंढ़ी गई है।
अभी तक जो हमारे पास गौशाला थी, उसमें 6 से 7 हजार जानवर रखे जाते थे। अब हम एक साथ 20 से 25 हजार गौवंश रखने का प्रबंध कर रहे हैं। गोविंदपुर की गौशाला की बदहाली पर DM ने कहा कि उसकी जांच की जाएगी।
दो दिन पहले विधायक ने CDO को किया था फोन
दो दिन पहले इसौली विधायक ताहिर खान ने गौवंश की समस्या को लेकर पर चौपाल से ही CDO को फोन किया था। बल्दीराय के गोविंदपुर में गौशाला का काम अधूरा होने की शिकायत की थी। जानवर किसानों की फसल का नुकसान कर रहे हैं। 2 से ढाई सौ लोग यहां जमा हैं। सबकी यह समस्या है।