दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास तीन मंजिला कमर्शियल बिल्डिंग में शुक्रवार शाम आग लग गई। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने 27 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की। जिसमे 12 लोग जख्मी है और 29 अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। इमारत में आग अभी भी धधक रही है। पहली मंजिल पर धुएं से दम घुट रहा है और लोहे के दरवाजे चूल्हे पर चढ़े तवे से भी ज्यादा गर्म हैं।
मौके पर पहुचा दमकल विभाग
मृतकों और घायलों में ज्यादा महिलाएं थीं। पुलिस के मुताबिक, आग पहली मंजिल पर लगी थी, जबकि लोग दूसरी और तीसरी मंजिल पर फंसे हुए थे, जिन्हें रस्सी और क्रेन के जरिए बाहर निकाला गया। उसी दौरान आग की चपेट में आई एक महिला घबराहट में बिल्डिंग से नीचे कूद गई, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ियों को भी मौके पर पहुंचने में काफी समय लग गया। इस बीच पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। बाद में दमकल की टीम ने आग बुझाने का काम शुरू किया। आग इतनी भीषण थी कि आस-पास के तमाम फायर स्टेशनों से 25 गाड़ियां मौके पर बुलानी पड़ी।

इमारत में था गोदाम
इस इमारत में सीसीटीवी कैमरे और राउटर बनाने वाली एक कंपनी का ऑफिस और गोदाम था। वहीं पर शाम पौने 5 बजे के करीब आग लगी। उस वक्त ऑफिस में एक कॉन्फ्रेंस चल रही थी, जिसके लिए बड़ी तादाद में लोग यहां इकट्ठा हुए थे। बताया जा रहा है कि 200 से ज्यादा लोग यहां मौजूद थे, जिनमें अधिकतर महिलाएं थीं। इमारत में आने-जाने के लिए सीढ़ियों का एक ही रास्ता था। वहां रखे जनरेटर में आग लगने से धुआं पूरी इमारत में भर गया था। इसलिए लोग सीढ़ियों के रास्ते बाहर नहीं निकल पाए।

पुलिस विभाग ने दी जानकारी
पुलिस व दमकल विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम 4:40 बजे के करीब आग की कॉल मिली थी, जिसके बाद दमकल की 10 गाड़ियों को रवाना किया गया। लोकल पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिसवालों ने लोगों की मदद से क्रेन लेकर बाहर की तरफ से ऑफिस की खिड़कियों के शीशे तोड़कर रास्ता बनाया। इसके बाद रस्से बांधकर और क्रेन की मदद से एक-एक करके लोगों को बाहर निकाला गया। धुएं के कारण और घिसटने से चोट लगने के कारण कुछ लोग जख्मी भी हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस का दावा है कि इमारत से 60-70 लोगों को बाहर निकाला गया।
(By: ABHINAV SHUKLA)