Noida Twin Towers: उत्तर प्रदेश के नोएडा में भ्रष्टाचार की मिसाल बने सुपरटेक के ट्विन टावर को ढहा दिया गया है. इसके लिए बिल्डर और आरडब्लूए में लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। जिस ट्विन टावर को विस्फोटक लगाकर ध्वस्त कर दिया है, अब उसकी जगह पर भव्य मंदिर बनाने की मांग उठने लगी है। इसके लिए बकायदा प्रस्ताव भी आ चुका है। जिसपर अब स्थानीय आरडब्लूए को फैसला लेना है।
ट्विन टावर भले ही ध्वस्त हो गया है लेकिन इन इमारतों को लेकर प्रतिदिन अलग-अलग चर्चाएं सामने आती रहती हैं। पहले खबर थी कि ट्वीन टावर के जमीन पर मलबा हटाने के बाद सुंदर पार्क का निर्माण होगा। जबकि गुरुवार को बिल्डर कंपनी सुपरटेक (Supertech Company) का इसको लेकर कुछ और ही कहना है। इधर, रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) का कहना है टावर की जगह पर एक भव्य मंदिर बनाया जाएगा।
दरअसल, ट्वीन टावर बनाने वाली कंपनी सुपरटेक (Supertech Builder Company) का कहना है कि गगनचुंबी इमारत की जमीन का इस्तेमाल आवासीय परियोजनाओं (Housing Projects) के लिए किया जाएगा। इसके लिए सोसायटी में रहने वाले लोगों से सहमति भी ली जाएगी। उन्हें बस नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) से मंजूरी मिलने का इंतजार है। यानि ट्विन टावर की जगह पर फिर से विशालकाय इमारत की नींव रखी जाएगी
ट्विन टावर की जगह मंदिर का प्रस्ताव
उधर, आरडब्ल्यूए (Residents Welfare Association) ने एमराल्ड हाउसिंग सोसायटी (Emarald Society) के लोगों के साथ एक बैठक में एपेक्स और सियान इमारतों (Apex and Ceyane) की जगह राम लला और भगवान शिव की एक भव्य मंदिर (Noida Twin Towers) के निर्माण की प्रस्तावना रखी है। सोसायटी के लोगों ने ट्विन टावर्स की साइट पर एक पार्क बनाने का भी प्रस्ताव रखा है।
अब इस बात को लेकर लोगों के बीच काफी दिलचस्पी जाग उठी है कि ट्विन टावर की जगह मंदिर और पार्क बनेगा या फिर से हाई राइस इमारत बनाई जाएगी। हालांकि, गौर करने वाली बात ये है कि इस जमीन पर किसी भी निर्माण गतिविधियों को अंजाम देने से पहले बिल्डर को सोसायटी के दो तिहाई लोगों की सहमति लेनी जरूरी है।
बता दें कि ट्विन टावर वाली जमीन एमराल्ड प्रोजेक्ट का हिस्सा है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के बाद 28 अगस्त को कुतुबमीनार (Qutub Minar) से भी ऊंचे ट्विन टावर को ध्वस्त (Twin Tower Demolition) कर दिया गया था। फिलहाल इसके मलबा हटाने का काम युद्धस्तर पर जारी है, जिसमें करीब चार महीने का समय लगने की उम्मीद है।