नई दिल्ली। दिन पर दिन लूटपाट की वारदात रूकने का नाम नहीं ले रही। दुबई में रह रहे गुजरात के एक शख्स से 16 सितंबर की रात एयरपोर्ट पर 40 हजार रुपये और मोबाइल लूट लिया था। बड़ी बात ये है कि वारदात को अंजाम देने से पहले बदमाश ने अपने आप को क्राइम ब्रांच का ऑफिसर बताया। आरोपी ने पुलिस ऑफिसर की वर्दी पहन रखी थी। गाड़ी पर फर्जी नम्बर प्लेट, नकली वॉकी टॉकी और फर्जी आई कार्ड से लोगों को अपने शिकार बनाते थे।
पुलिस ने ऐसे बिछाया जाल
वहीं मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने छानबीन शुरू की। एसीपी वीरेंद्र मोर की देखरेख में सब इंस्पेक्टर मुकेश, प्रेम, एसएचओ यशपाल, इंस्पेक्टर राजकुमार और एएसआई प्रदीप की टीम लगातार जांच में जुटी हुई थी। सीसीटीवी फुटेज, लोकल इंटेलिजेंस और टेक्निकल सर्विलांस की मदद और वायु प्रहरी गार्ड के साथ मिलकर छानबीन की गई।
आखिरकार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हमीद और फैजल नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी अभी दिल्ली के जंगपुरा में रह रहे थे और मूलतः ईरान के रहने वाले हैं। इनके पास से एक गाड़ी, दो पहचान पत्र, तीन फर्जी नंबर प्लेट, एक नकली वॉकी टॉकी भी पुलिस ने बरामद किया।
फॉरेनर्स एक्ट के तहत भी होगी कार्रवाई
इसी बीच डीसीपी एयरपोर्ट तनु शर्मा ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि है। उन्होंने कहा कि आरोपी हमीद हम्मती के खिलाफ हौज़ खास, आईजीआई एयरपोर्ट थानों, तिलक नगर व में पहले से ही 03 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसलिए इनके खिलाफ फॉरेनर्स एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वो पुलिस बन कर अकेले और पैसे वाले लोगों को अपना शिकार बनाते थे। उनका एक तीसरा साथी इब्राहिम जो गाड़ी का इंतजाम करता था। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। फिलहाल तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। बता दें कि दोनों आरोपियों का वीजा एक्सपायर हो चुका है।