Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
पहले विपक्ष ने गठबंधन को दिया नाम, अब मिला टैग लाइन, - 'जीतेगा भारत'

UP Politics: पहले विपक्ष ने गठबंधन को दिया नाम, अब मिला टैग लाइन, – ‘जीतेगा भारत’

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर मंगलवार को बेंगलुरु में हुई विपक्ष की बैठक में गठबंधन का नाम तय करने के बाद अब विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन को एक टैग लाइन भी दे दी है। I.N.D.I.A गठबंधन के तहत साथ आए विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन के लिए ‘जीतेगा भारत’ को अपना टैग लाइन बनाया है।

I.N.D.I.A गठबंधन को मिली टैगलाइन

वहीं मिली जानकारी के अनुसार टैग लाइन तय करने के लिए मंगलवार देर रात तक बैठक की गई, कई बार विचार करने के बाद तय किया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और अब शिवसेना प्रमुख ने सुझाव दिया था कि विपक्षी गठबंधन की एक हिंदी टैगलाइन होनी चाहिए। इस सुझाव पर गौर करते हुए इस गठबंदन की टैग लाइन तय की गई है। गौरतलब है कि विपक्षी दलों की बैठक के बाद एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि, की हमारी एकता को देखकर मोदी जी ने 30 पार्टियों की बैठक बुलाई है। पहले वे अपने गठबंधन की बात तक नहीं करते थे। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि यह NDA और INDIA की लड़ाई है।

विपक्षी दलों के मोर्चे का नाम ‘INDIA’ 

विपक्षी दलों ने वहीं मंगलवार को अपने मोर्चे का नाम ‘INDIA’ यानी इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव अलायन्स रखा हैं। बेंगलुरू में दो दिन तक चली बैठक में यह फैसला लिया गया। इस दौरान कई नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा था कि बेंगलुरु में बैठक का उद्देश्य देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाना है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर कई वार किए और कहा था कि बेंगलुरु में बैठक का उद्देश्य देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाना है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुग खरगे ने 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले रणनीति पर चर्चा करने के लिए हो रही 26 विपक्षी दलों की बैठक में मंगलवार को कहा था कि कांग्रेस की सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। अब देखने वाली बात होगी कि ये गठबंधन का शोर कब तक रहता है या फिर चुनाव से पहले ही गठबंधन के टूकड़े हो जाएंगे।

 

Exit mobile version