Agnipath Protest: देशभर में अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा है और बिहार के बाद अब उत्तरप्रदेश में भी विरोध हो रहा है लेकिन बिहार के तर्ज पर प्रदेश के कई हिस्सों में विरोध उग्र होता जा रहा है. जगह-जगह ट्रेने फूंकी जा रही है सड़कों पर पत्थरबाजी की जा रही है..इस हिंसात्मक विरोध के चलते संवेदनशील स्थानों पर भारी पुलिस फोर्स पीएसी और आरएएफ तैनात की गई है.
बता दें ये प्रदर्शन पहले बलिया से शुरु हुआ. कुछ युवा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ करने के लिए पहुंचे लेकिन पुलिस ने लाठियां भांज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया. बावजूद इसके प्रदर्शन शांत नही हुआ बल्कि और उग्र होता चला गया. बलिया में सियालदा एक्सप्रेस ट्रेन में उपद्रवियों द्वारा आग लगा दी गई. इसके बाद ये आग पहुंच गई वाराणसी और वाराणसी में इन प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर पुलिस पर खुब पत्थरबाजी की.

युवकों ने बलिया-वाराणसी मेमू व बलिया-शाहगंज ट्रेन में तोड़फोड़ की है। प्लेटफार्म की दुकानों व निजी बस को भी अपना निशाना बनाया। पुलिस, पुलिस चौकी, मालगोदाम, सड़कों पर भी पथराव हो रहा है। वहीं पुलिस ने एक्शन में आकर सौ से अधिक युवक हिरासत में लिए हैं। इलाके में रुक-रुक कर बवाल अब भी जारी है। सुबह स्टेडियम में जुटे युवक अचानक स्टेशन की ओर बढ़े और जमकर बवाल काटा। वॉशिंटपिट में खड़ी एक ट्रेन में आग भी लगा दी गई। इसमें एक बोगी पूरी तरह जल गई और अन्य बोगियों को काटकर अलग किया गया।
बलिया-वाराणसी के साथ गोरखपुर, मथुरा और आगरा में भी अग्निपथ पर प्रदर्शन हो रहा है..पुलिस प्रशासन और सरकार के लिए ये दोहरी चुनौती है क्योकि आज जुमा है और नमाज जुम्मे की नमाज के बाद शांतिपुर्वक घर चले जाए ये भी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की है
नई योजना का उद्देश्य सरकार के भारी वेतन और पेंशन बिलों में कटौती करना और हथियार खरीदने के लिए धन मुक्त करना है। सरकार ने विरोध प्रदर्शनों के बाद एकमुश्त छूट के रूप में अग्निपथ भर्ती के लिए आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 कर दी है। सरकार ने इस योजना का 10 सूत्रीय बचाव भी किया है और रंगरूटों को आश्वासन दिया है कि वे सेना में अपने चार साल पूरे करने के बाद खुद को मुश्किल में नहीं पाएंगे।
