अतीक एंड फैमिली से जुड़ी नई-नई खबरें सामने आ रही है। हाल ही में असद के मरने से पहले का एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें वह बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम से बात करता हुआ सुनाई दे रहा है। असद बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम से फोन पर क्या कहता है आईए बताते हैं…
असद- हेलो, ये कह रहा थे कि अमर भाई से मिलने जाते हैं जेल… तो उन्होंने ही हमसे कहा था आपसे बात करने के लिए, वो 5 तारीख को आ रहे हैं पेशी पर.. तो आप टाइम निकलकर उनसे मुलाकात के लिए आ जाते।
बिल्डर- हम यार, कचेहरी हमको ना बुलाओ, समझो..
असद- क्या हो गया कचेहरी में..
बिल्डर- कचेहरी में तोड़ा सा ठीक नहीं रहता, हम कचेहरी में जाते भी नहीं है…
असद- या जेल चलिए हमारे साथ…
बिल्डर- जेल-वेल हम ना जा पाएंगे और कोई मैसेज हो तो बताओ, जो करना हो कर देंगे..
असद- मुलाकात नहीं कर पाएंगे आप
बिल्डर- नहीं मुलाकात कर लिया जाएगा…
असद- तो कैसे करेंगे कचेहरी नहीं आ पाएंगे, जेल नहीं जा पाएंगे..
बिल्डर- पेशी पर ना बुलाओ उनको, क्योंकि हम वहां जाते भी नहीं है कचेहरी, जेल ज्याद..
असद- तो फिर कैसे मुलाकात होगी…
बिल्डर- मुलाकात हम कर लेंगे, जहां कहोगे..
असद- नहीं..नहीं, उमर से मिलना है आपको
बिल्डर- उमर से मिलका है तो अच्छा चलो हम देखते हैं, क्योंकि… वहां कचहेरी कम जाते हैं ना…एक बार वहां मुलाकात हो गई थी वकिलों से, कोई मैसेज हो तो बताओ..
असद- ये वहीं बात हो गई… एक कहावत है कि खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है..
बिल्डर- मतलब हम समझे नहीं..
असद- आगे हम क्या कह सकते हैं..
बिल्डर- अब तुमने इमरान की बात कही ना, अब इमरान तुमको पता है कहां रहते हैं कहां नहीं रहते…तुम्हारी जानकारी मैं भी है..
असद- इमरान कहां रहते हैं कहां नहीं रहते ये सब हम नहीं जानते…
बिल्डर- नहीं सुन तो लो… और कोई मसला नहीं है, हमारे दोस्त है बचपन से हमारे साथ रहे हैं, अगर कोई फोन आता है तो हम मना तो कर नहीं सकते…
असद- चलिए हम बात कर लेते हैं… हमारा नंबर सेव कर लिजिए, फोन उठा लिजिएगा…