राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ना (Congress President Nomination) अब लगभग तय हो गया है. मुख्यमंत्री संभवत: 28 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब यह कहते भी दिखाई दे रहे हैं कि भले ही चुनाव लड़कर राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के चलते ‘एक व्यक्ति एक पद’ का उल्लंघन नहीं होगा, लेकिन फिर भी आज तक ऐसा नहीं हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहा हो. क्योंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष को पूरा देश संभालना होता है. ऐसे में दोनों पद संभालना उनके लिए मुश्किल होगा.
साफ है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के साथ ही (Ashok Gehlot Hints of Quitting CM Post) मुख्यमंत्री का पद छोड़ देंगे, लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि गहलोत के बाद राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा ? क्योंकि सबसे ऊपर नाम जिन सचिन पायलट का चल रहा है, उनके नाम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीटो लगा सकते हैं. उन्होंने यह कह दिया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस पार्टी को बहुत सोच-समझकर निर्णय लेना होगा. इसमें विधायकों की राय भी महत्वपूर्ण रहेगी और दोबारा सरकार कैसे राजस्थान जैसे बड़े राज्य में कांग्रेस की आए, इसे देखते हुए लेना होगा.
गहलोत ने क्यों सीपी जोशी के नाम का दिया सुझाव
अशोक गहलोत की बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी. सूत्रों के हवाले से खबर आई थी है कि बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए राजस्थान के मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के नाम की सिफारिश की है.
बीते समय में जोशी और गहलोत के खराब संबंध किसी से छिपे नहीं थे, लेकिन लोगों में तब निकटता बढ़ गई थी, जब जून 2020 में जोशी ने कथित तौर पर गहलोत को अपनी सरकार बचाने में मदद की थी. उस समय बागी विधायक मानेसर में डेरा डाले हुए थे, तब जोशी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 19 कांग्रेस के बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस जारी कर दिया था.
पायलट को सीएम बनाने पर गहलोत का गोलमाल जवाब
एक व्यक्ति, एक पद पर राहुल गांधी के बयान पर भी गहलोत से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राहुल ने बिल्कुल ठीक कहा है. अगर कोई कांग्रेस अध्यक्ष बनता है तो वह राज्य के सीएम के रूप में किस प्रकार काम कर पाएगा, यह कभी हुआ नहीं है.
गहलोत द्वारा सीएम पद छोड़ने के बाद क्या सचिन पायलट कुर्सी संभालेंगे? इस पर गहलोत ने कहा कि यह मैं कैसे कह सकता हूं कि कौन सीएम बनेगा. इस पर मैं कुछ भी नहीं जा सकता हूं. मुख्यमंत्री तो विधायक चुनते हैं.
अब युवा नेताओं को दिया जाना चाहिए मौका
राजस्थान में एक बार फिर से पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग तेजी से उठ रही है. पिछले दिनों पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी और इंद्राज गुर्जर ने उन्हें सीएम बनाने की खुलकर पैरवी की. इससे पहले बसेडर से कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग करते हुए कहा था कि सीएम अशोक गहलोत को यह समझना चाहिए कि उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया है अब युवाओं को मौका दिया जाए.
बहरहाल, गहलोत के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के बाद राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा? इस पर देश में हर किसी की नजर है. हालांकि, राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की रेस तब ही शुरू होगी, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का नामांकन दाखिल कर देंगे. इस दौड़ में सचिन पायलट के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, मंत्री लालचंद कटारिया, सीपी जोशी, बीडी कल्ला और भंवर जितेंद्र जैसे कई नेता शामिल हो सकते हैं. अचानक कोई दूसरा नाम भी इस दौड़ में शामिल हो सकता है.