हरियाणा के मेडिकल कॉलेजों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। बता दें कि कॉलेजों के MBBS और अन्य विषयों के अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के 9716 स्टूडेंट्स को चार सालों से पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति नहीं दी जा रही है। इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने हरियाणा के चिकित्सा शि7ा और अनुसंधान विभाग के डायरेक्टर को तत्काल राशि जारी करने के निर्देश दिए है। साथ ही इस पूरे मामले की रिपोर्ट भी तलब कर ली गई है। आयोग ने चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विबाग को सभी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश जारी करने के लिए कहा है कि सभी छात्रों के परिक्षा रोल नंबरस मार्कशीट, परिणाम, डिग्री और इंटर्नशिप जारी करने में देरी न की जाए। मेडिकल कॉलेजों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छात्रवृत्ति राशि जारी होने में देरी के कारण स्टूडेंट को उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
पोर्टल में गड़बड़ी से स्टूडेंट नहीं कर सके आवेदन
वहीं NCSC की जांच में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले पोर्टल में तकनीकी गड़बड़ी मिली है। आयोग का इस मामले में कहना है कि विभाग को इस कारण से आवेदन नहीं कर पाने वाले स्टूडेंट को दूसरा मौकता देना चाहिए। साथ ही चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि छात्रवृत्ति पोर्टल साल भर काम करे। छात्रवृत्ति व अन्य परेशानियों की शिकायत SC वर्ग के स्टूडेंट ने आयोग से की थी। आयोग ने सुनवाई के दौरान पाया कि मेडिकल कॉलेज राशि का भुगतान नहीं कर रहे हैं। इस कारण से स्टूडेंट को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई स्टूडेंट्स को इस कारण से अपनी पढ़ाई तक छोड़नी पड़ी। कई छात्रों की डिग्रियां देने में कॉलेज आना कानी कर रहे हैं।