भारतीय जनता पार्टी ( Bhartiya Janta Party ) का 44वां स्थापना दिवस है। इस अवसर से देश भर में 10 लाख से ज्यादा स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी की 43वीं वर्षगांठ के पर पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि BJP देश के मुख्य सेवक की भूमिका में है। ‘भारतीय जनता पार्टी ( Bhartiya Janta Party ) का एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ का मंत्र और लक्ष्य रहा है। जब जनसंघ (janasangh) का बना, उस वक्त न तो ज्यादा राजनीतिक अनुभव था और न पर्याप्त संसाधन, था तो केवल ‘मातृभूमि की भक्ति’ और ‘लोकतंत्र की शक्ति’। आइए आज हम बीजेपी (BJP) के स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी की विकास यात्रा के बारे में जानते है। बीजेपी (BJP) की विकास यात्रा के सफर पर एक नजर
2 लोकसभा सीटों से 303 तक के सफर पर डालें एक नजर
1 अप्रैल (April) 1980 को बीजेपी (BJP) की स्थापना हुई। उस वक्त इसका जनसंघ( janasangh) था। जिसका मृत संगठन RSS रहा। ज्यादातर बीजेपी नेता आरएसएस (RSS) के सदस्य होते हैं।
इसके बाद बीजेपी 1984 में ‘कमल का फूल’ चुनाव निशान के साथ चुनावी मैदान में उतरी। इस देशभर में केवल 2 लोकसभा सीटों पर जीत मिली। यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी सहित पार्टी के तमाम बड़े नेता भी चुनाव हार गए। बीजेपी के सिर्फ दो सांसद डॉ ए.के. पटेल मेहसाना सीट से और चंदूपाटला रेड्डी आंध्र प्रदेश की हनमकोंडा सीट से लोकसभा पहुंचे थे।
फिर बीजेपी ने 1989 में वी.पी. सिंह की जनता दल के साथ चुनाव लड़ा। जिसमें बीजेपी 89 सीटों तक पहुंची। विश्वनाथ सिंह पीएम बनें।
1991 में बीजेपी की सीटों में बढ़ोतरी हुई। पार्टी ने देशभर में कुल 121 सीटों पर जीत दर्ज की।
इसके बाद 6 दिसंबर 1992 में अयोध्या में एक विवादास्पद ढांचा गिराया गया। BJP के कई नेताओं पर आरोप लगे। इस कड़ी में यूपी में कल्याण सिंह के नेतृत्व वाली BJP सरकार को बर्खास्त कर दिया गया। इसी में कल्याण सिंह को जेल भी काटनी पड़ी।
1996 में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई। बीजेपी ने 163 सीटों पर जीत दर्ज की। अटल बिहार बाजपेयी पीएम बने, लेकिन उनकी सरकार मात्र 13 दिन चली।
फिर 1998 में एक बार फिर अटल बिहार के नेतृत्व में बीजेपी सरकार बनी, जो 13 महीने ही चल सकी।
1999 में के नेतृत्व में 24 राजनैतिक दलों को मिलाकर NDA का गठन किया गया। जिसने 294 सीटों पर बहुमत हासिल कर सरकार बनाई। जबकि बीजेपी ने 182 सीटें जीती। अटल बिहारी वाजपेयी फिर पीएम की कुर्सी पर बैठे।
2004-2014 तक बीजेपी को जनसमर्थन नहीं मिला।
‘मोदी युग’ की शुरुआत
2014 में बीजेपी ने चेहरा बदला और नरेंद्र मोदी को PM पद का चेहरा बनने के साथ ही ‘मोदी युग’ की शुरुआत हुई। लोकसभा चुनाव में 282 सीटें जीतकर सरकार बनाई। 1984 के बाद पहली बार ऐसा हुआ था कि किसी एक दल को पूर्ण बहुमत मिला हो और आजादी के बाद पैदा हुआ कोई शख्स पीएम बना।
2019 में पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर बीजेपी को रिकॉर्ड तोड़ बहुमत मिला। पार्टी के 303 सांसद बने।
फिलहाल उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, पुदुच्चेरी, मेघालय, मणिपुर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, असम, नागालैंड, और सिक्किम जैसे राज्यों में भी केंद्र के अलावा बीजेपी या फिर उनके समर्थकों की सरकार है।