Stubble Burning: केजरीवाल के वादो पर लगातार सवाल उठाए जा रहे है। दिल्ली में केजरीवाल की सरकार और पंजाब में भी केजरीवाल का राज पर जो वादें दिल्ली और पंजाब की जनता से केजरीवाल ने किए है उन पर अब सवाल खड़े होेने लगे है। आपको बता दें कि BJP ने दिल्ली के प्रदूषण और हवा के लगातार जहरीली होने को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पंजाब में पराली जलाने पर रोक लगाने की मांग की है।

दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल को लिखा पत्र
बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल को पत्र लिखकर यह याद दिलाया कि पंजाब में अपनी सरकार बनने से पहले केजरीवाल पंजाब में जलने वाली पराली को दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण मानते थे, लेकिन पंजाब में आज उनकी सरकार होने के बावजूद पराली जलाने के मामले दोगुने हो चुके हैं और केजरीवाल हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

साल 2022 में पराली जलाने का सबसे ज्यादा मामला
आदेश गुप्ता ने कहा, कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद भी केजरीवाल सरकार की ओर से प्रदूषण को लेकर कोई ठोस उपाय नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब में जब आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं थी, तो केजरीवाल बार- बार दिल्ली में वायु प्रदूषण पर गंभीर रुप से विचार करने की जगह राजनीतिक पार्यटन में व्यस्त रहते थे। आंकड़ो का हवाला देते हुए गुप्ता ने दावा किया कि साल 2022 में पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।
यह मामले 14 अक्टूबर से बढ़ते ही जा रहे है। 14 अक्टूबर को 82, 15 अक्टूबर को 169, 16 अक्टूबर को 206 और 17 अक्टूबर को 403 मामले सामने आए हैं। उन्होंने आगे दावा किया कि 2022 में अभी तक इस तरह के 4665 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि यह आंकड़ा पिछले साल 1946 ही था। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली का प्रदूषण कम करने के लिए केजरीवाल से पंजाब में जलाई जा रही पराली पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है, ताकि दिल्ली की जनता स्वच्छ वातावरण में सांसें ले सके।
प्रदूषण ना फैले पर केजरीवाल ने लगाया पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध
वहीं आपको बता दें कि दिल्ली में दिवाली से पहले ही प्रदूषण फैलने लगा है, इसी को लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है और दिये जलाओ पटाखे नहीं अभियान की शुरुआत की है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध को लागू करवाने के लिए 408 टीमों का गठन किया गया है। लेकिन फिर भी अरविंद केजरीवाल का प्रदूषण को लेकर यह कदम फेल होता नज़र आरहा है। दिवाली के पहले ही दिल्ली में प्रदूषण फैल चूकां है और अब दिवाली पर अगर लोग नहीं माने तो दिल्लीवासियों के लिए हवा में सांस लेना मुश्किल हो सककता है।
बता दें कि राजस्व विभाग की 165 टीम, दिल्ली पुलिस की 210 टीम और डीपीसीसी की 33 टीम लगातार निगरानी करेंगी। अभी तक 2917 किलोग्राम पटाखे जब्त किए गए हैं। जन जागरुकता अभिीयान के लिए 21 अक्टूबर से दीए जलाओ पटाखे नहीं’ अभियान की शुरुआत होगी। इस अभियान की शुरुआत सेंटल पार्क, कनॉट प्लेस में 51 हजार दीए जलाकर की जाएगी।
इस दौरान जो लोग पटाखों के पूर्ण प्रतिबंद्ध का उल्लंघन करते पाए जाएंगे उनके खिलाफ एक्प्लोसिव एक्ट के सेक्शन 9 B के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी जिसमें 5 हजार रूपए का जुर्माना और 3 साल की सजा का प्रावधान है साथ ही जो व्यक्ति पटाखे जलाते हुए पाए जाएंगे उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 268 के तहत कार्रवाई की जाएगी जिसमें 200 रूपए का जुर्माना और 6 महीने की सजा का प्रावधान है.