उत्तर प्रदेश में हो रहे नगर निकाय चुनावों में बीजेपी ने कुल 395 मुस्लिम उम्मीदवारों पर अपना दाव खेला है और यही दांव बीजेपी की जीत का कारण भी बन सकता है। जिस पार्टी को लोग हिंदूत्तव करार देते हैं उसी पार्टी ने मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, इतना ही नहीं इसका प्रयास तो मायावती ने भी किया पर वो विफल होती नजर आ रही हैं। वो कहतें हैं ना एक नांव पर दो पैर रखोगे तो नांव डूब जाएगी। मायावती का ने सोचा दलित समाज और मुस्लिम समाज दोनों पर दावं चल ले लेकिन उनका हर दांव बीजेपी के सामने फीका पड़ता नजर आ रहा है। बात करें बीजेपी की तो इनमें छह प्रत्याशी नगर पालिका में तो नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए मैदान में हैं। वहीं बाकी प्रत्याशी विभिन्न नगर निकायों में पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने प्रदेश की 18 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद के लिए मुस्लिम प्रत्याशी दिए हैं। इनमें ब्रज क्षेत्र में 8, अवध क्षेत्र में 6, गोरखपुर क्षेत्र में 2 प्रत्याशी शामिल है। इसी प्रकार सहारनपुर, बिजनौर, मुजफ्फरनदर,शामली, गोरखपुर जौनपुर के अलावा लखनऊ आदि जिलों में मुस्लिम प्रत्याशियों को सभासद और पार्षद पद के लिए मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं गोरखपुर नगर निगम से बीजेपी की पार्षद कैंडिडेट हकीकुन निशा चुनाव में बाजी मार चुकी हैं।
वहीं अमेठी नगर पालिका के वार्ड पार्षद के लिए बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाला जैबा खातून ने भी जीत दर्ज कर ली है। वहीं दूसरी तरफ नगर पंचायत सिवालखास के वार्ड 5 से बीजेपी प्रत्याशी शहजाद 15 वोट से जीत दर्ज की। नगर पंचायत सिवालखास के वार्ड 3 से बीजेपी प्रत्याशी रुखसाना 317 वोट से जीतीं। उन्हें 570 वोट मिले।
बीजेपी ने इस बार 395 मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया
यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी ने इस बार 395 मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया और मेरठ नगर निगम में पार्षदों की 90 सीट में से 18 मुस्लिम उम्मीदवार बीजेपी ने मैदान में उतारे हैं। बीजेपी के मुस्लिम उम्मीदवार ने मुस्लिम समाज के बीजेपी से जुड़ने के कई कारण गिनाए गए हैं। वहीं बीजेपी को भी पूरी उम्मीद है कि यह दांव खाली नहीं जाने वाला है। पसमांदा मुस्लिमों को बीेजेपी की नीतियां भा रही है। वे लगातार पार्टी से जुड़ रहे हैं। लिहाजा पार्टी ने भी उनको पूरी तवज्जो दी है।
आपको बता दें की पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ माह पहले ही आयोजित हुई पार्टी की एक बैठक में पसमांदा मुसलमानों को जोड़ने के लिए कहा था। मोटे तौर पर अगर देखा जाए तो पसमांदा मुस्लमान मुस्लिम समाज की कुल जनसंख्या का लगभग 80 फीसदी माना जाता है।
मुस्लिम समाज की कुल जनसंख्या का लगभग 80 फीसदी हैं
बता दें यह बात जैसे ही बाहर आई तो कांग्रेस पार्टी भी अलर्ट मोड पर दिखाई दे रही है। कांग्रेस को उसी समय लगने गया था कि बीजेपी उसके वोट बैंक में सेंध मारने का प्रयास करेगी। उसके बाद बीजेपी ने इस चुनाव में पसमांदा मुस्लिम वोटर को अपने पक्ष में करने के लिए बड़ी संख्या में उनके उम्मीदवारों को उतारा दिया।
उत्तर प्रदेश में कुल 17 नगर निगम हैं
यूपी निकाय चुनाव के आज आए परिणामों में बीजेपी को पहली बड़ी जीत झांसी में मिली है। यहां बीजेपी कैंडिडेट ने कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर मेयर पद पर कब्जा किया है। बीजेपी ने 16 मेयर पदों पर लीड ले रखी है। एक सीट पर बसपा आगे चल रही है। इससे इतर कांग्रेस और सपा पीछे नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश में कुल 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका और 544 नगर पंचायत की सीटें है।