आज का दिन देश के लिए काफी अहम है। दोपहर 2:35 बजे भारत ने चंद्रयान -3 लॉन्च किया, जिसने उड़ान भर ली है। भारत के लिए ये पल बेहद खास है। इसकी पूरी जिम्मेदारी महिला वैज्ञानिक ऋतु करिधाल को सौंपी गई थी। लगभग 50 दिन की यात्रा के बाद इसकी लैडिंग की गई। जिसे देखने के स्कूल छात्र से लेकर तमाम नेता पहुंचे।.श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसे अंतरिक्ष में भेजा गया। लॉन्चिंग से पहले सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र की पूरी तैयारी की गई और इसकी सफलता के लिए देश में लोग प्रार्थना भी कर रहे हैं।
किसे सौंपी गई चंद्रयान-3 की जिम्मेदारी?
ऋतु को चंद्रयान-3 लैंडिंग की जिम्मेदारी सौंपा गई है जोकि डायरेक्टर के रुप में अपना कार्यभार संभालेंगी। लखनऊ की ऋतु महिला सशक्तिकरण और भारत की विकासशीलता गाथा को दुनिया के सामने दर्शा रही है। मंगलयान मिशन में अपनी कुशल क्षमता का कुशल प्रर्दशन करने के बाद अब ऋतु चंद्रयान-3 के साथ कामयाबी का एक नया उड़ान भरेगी। मंगलयान मिशन के सफल परीक्षण में अहम भूमिका को देखते हुए उनकी इतनी बड़ी जिम्मेदारी सोंपी गई है।
क्या है इसका पूरा मकसद ?
जैसा की आप जानते ही होंगे कि चंद्रयान -3 भारत का तीसरा और सबसे बड़ा मून मिशन है, जिसे आज दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर भारतीय स्पेस एजेंसी द्वारा लॉन्च किया गया। चंद्रयान -3 को चंद्रयान -2 2019 के मिशन का फॉलेअप मिशन ही कहा जा रहा है। बता दें कि ISRO के वैज्ञानिक दुनिया को ये बताने का प्रयास कर रहे है कि भारत भी उतना ही शक्तिशाली और सक्षम है जितने की दूसरे गृह पर लैडिंग के लिए बाकी देश है।
मिशन होगा सक्सेसफुल
चंद्रयान -3 लॉन्च से पहले इसरो के पूर्व चीफ माधवन नायर ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि सानी रूप से जो कुछ भी संभव वो सब कुछ किया गया है। मुझे ऐसी कोई वजह नजर नहीं आ रही है, जिस वजह से चंद्रयान-3 फेल हो जाए। वहीं लोगों को भी पूरी उम्मीद है कि ये मिशन जरूर कामयाब होगा।