वाराणसी: लोक पूजा के महान पर्व डाला छठ के तीसरे दिन सूर्य षष्ठी के तीसरे दिन रविवार को 36 घंटे के कठोर उपवास के दौरान व्रत रखने वाली महिलाएं डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी. इस दौरान गंगा घाटों और कुंड तालाबों पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं. पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि वाराणसी कमिश्नरेट के सभी प्रमुख घाटों और कुंडों में व्रत रखने वाली महिलाओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
इसके साथ ही डीसीपी काशी और वरुण जोन को प्रमुख पूजा स्थलों का स्वयं भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है. एडीसीपी यातायात को यह सुनिश्चित करने का कार्य दिया गया है कि श्रद्धालुओं को यातायात संबंधी कोई असुविधा न हो. सीपी ने बताया कि कमिश्नरेट के सभी एंटी रोमियो स्क्वाड की ड्यूटी संवेदनशील इलाकों में लगाई गई है. जल पुलिस, पीएसी, एनडीआरएफ की टुकड़ियों को भी गंगा में गश्त करने का निर्देश दिया गया है.
वरिष्ठ अधिकारी विजिट कर अपनी निगरानी कर रहे हैं. सीपी से निर्देश मिलने के बाद डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम फोर्स के साथ रामनगर गंगा तट पर पहुंचे। उन्होंने बलुआघाट, सिपहियाघाट, कोदोपुर घाट का निरीक्षण कर अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर कौशलराज शर्मा, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने अस्सीघाट और लक्ष्मीकुंड पर छठ की तैयारियों का जायजा लिया.
घाटों पर बने महिलाओं के लिए चेंजिग रूम
गंगा घाटों पर नगर निगम की ओर से महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाए गए हैं. मोबाइल टायलेट और पेयजल के लिए दस टैंकर लगाए गये हैं. नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने बताया कि घाटों पर 326 डस्टबिन लगाए गए हैं. दशाश्वमेध, अस्सी, केदारघाट, राजघाट, सिंधिया और कामेश्वर घाट पर अर्पण कलश लगाया गया है.
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