अडानी ग्रुप की मुसिबतें बढ़ी तो सियासत भी गरमाती जा रही है। कभी अडानी के खुलासे कि बात विपक्ष कर रहा है तो कभी अडानी की ढाल बनकर खड़ा पक्ष है। बता दें कि अडानी ग्रुप के खिलाफ लगे धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। वहीं इस मुद्दे पर सोमवार को भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ जिसके बाद कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी। इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला है।
बता दें कि राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि, “सरकार पूरी कोशिश करेगी कि संसद में अडानी मुद्दे पर कोई चर्चा न हो। सरकार नहीं चाहती कि अडानी के मामले पर संसद में चर्चा हो, वह डरी हुई है। सरकार को संसद में इस पर चर्चा की अनुमति देना चाहिए। संसद में इस पर चर्चा हो, अडानी जी के पीछे कौन शक्ति है, देश को पता लगाना चाहिए”.
“दूध का दूध पानी का पानी हो”- राहुल गांधी
वहीं कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया है कि, “अब मोदी जी पूरी कोशिश करेंगे कि अडानी जी पर चर्चा न हो। उसका कारण है… कारण आप जानते हैं। मैं 2-3 साल से ये मुद्दा उठा रहा हूं। मैं चाहता हूं कि दूध का दूध पानी का पानी हो जाए। जो लाखों करोड़ो का भ्रष्टाचार हुआ है उसके बारे में चर्चा हो।
बता दें कि कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को अडानी ग्रुप के खिलाफ लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले को लकेर संसद भवन के परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। वहीं विपक्ष ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में मामले की जांच कराए जाने की मांग की।
मोदी से मांगा गया जवाब
कांग्रेस का कहना है कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा भी होनी चाहिए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जवाब देना चाहिए। बता दें कि अमेरिका की शॉर्ट-सेलर रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए आरोप लगाया है कि अडानी ग्रुप शेयरों के हेरफेर और धोखधड़ी में शामिल रहा है।हालांकि, अडानी ग्रुप की ओर से इन आरोपों को खारिज किया गया है.